Ainnews1.com: आज के दौर में बड़े मीडिया समूह उद्योगपति बन गए हैं। किसी की निष्ठा सत्ताधारी पार्टी में है तो कोई विपक्षी दलों या राज्य सरकारों की तरफ़दारी करने में लगा है। इनका एक ही मक़सद है कैसे आका को ख़ुश रखा जाए और कमाई को बढ़ाया जाए। चलिए मान भी लिया जाए की एक बड़े संस्थान को चलाने में करोड़ों की ज़रूरत है, लोगों को तनख़्वाह देनी है। लेकिन क्या इसके मायने ये होते हैं कि जो दर्शक निष्ठा से परे इनपर सही खबरों को जान लेने के लिए यक़ीन करता है ये उस तक झूठ परोसे उसको अंधेरे में रखें और उसके साथ किए गए वादे को तोड़े।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि झारखंड की बेटी अंकिता के साथ अन्याय करने में वहाँ की सरकार और police ही दोषी नहीं है बल्कि मीडिया भी ज़िम्मेदार है। ये सवाल इसलिए उठ रहा है की जिस शाहरुख़ ने नाबालिग बच्ची अंकिता को ज़िंदा जला दिया उसका नाम इंडिया टुडे समूह ने बदलकर अभिषेक कर दिया। आख़िर शाहरुख़ नाम छुपाने का क्या मक़सद है? किसको बचाने के लिए ये मीडिया समूह असली आरोपी का नाम छुपा रहा था। अगर AIN न्यूज़ 1 जैसे मीडिया संस्थान सच्ची खबरों को जनता के सामने ना लाएँ तो आज ये खबर बदल देंगे और ऐसे ही इतिहास बदल देंगे जहां देश में कभी मुग़लों को असली निवासी दिखाकर हिंदुओं को आक्रमणकारी बता दिया जाएगा। ऐसा होगा भी क्यूँ नहीं जब अमीर अरब देश चाहेंगे तो पैसों के दम पर इन ग़द्दारों को ख़रीदकर धीरे धीरे सब बदल देंगे।
आपको समझना होगा की क्यों अब
patrakarita को बचाने की ज़िम्मेदारी एआईएन न्यूज़ 1 जैसे मीडिया संस्थान पर है। हम जाँच पड़ताल के बाद पूरी तहक़ीक़ात के साथ ही सच्चाई अपने पाठकों के सामने लाते हैं और हमेशा ऐसा ही करते रहेंगे। लेकिन चंद बोटियों की ख़ातिर अपने ईमान को बेचने वाले और झूठी खबरों का व्यापार करने वाले इन बड़े कारोबारियों का सबक़ कौन सिखाएगा। ये काम जनता कर सकती है। हमारी सच्चाई को सोशल मीडिया के माध्यम से सबके सामने लाकर और इनका boycott करके। ये इतने दोगले हैं की एक धर्म विशेष का तो नाम तक छुपाते हैं लेकिन हिंदुओं को जातियों में बाँटकर खबर दिखाते और छापते हैं। हाथरस में दलित बेटी की हत्या हुई तो वहाँ इनको अपराधी में ठाकुर नज़र आए और जाति का खुलकर ज़िक्र किया। लेकिन वहाँ अपराधी से बड़ी जाति बन गयी। आप समझ सकते हैं इनका अजेंडा और इनकी घिनोनी सोच को।