- छंटनी-मंदी के बीच रोजगार पर गुड न्यूज
- बड़ी कंपनियों में मिलेगी युवाओं को आसानी से जॉब
- जुलाई-सितंबर में हायरिंग करेगा कारोबार जगत
AIN NEWS 1 | छंटनी और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच एक बड़ी और राहत भरी खबर ने तमाम नौकरीपेशा की चिंताओं को दूर करने का काम किया है। मैनपावरग्रुप के एम्प्लॉयमेंट आउटलुक ने अपने एक सर्वे में जानकारी दी है कि 2023-24 की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में हायरिंग के ट्रेंड की रफ्तार कम नहीं होगी। सर्वे में करीब 3020 कंपनियों ने एम्प्लॉयमेंट आउटलुक को बताया कि 2023 की जुलाई-सितंबर तिमाही में जॉब मार्केट से पॉजिटिव सेंटीमेंट्स ही उभरकर सामने आ रहे हैं। सर्वे में दावा किया गया है कि कम से कम 49 फीसदी एंप्लॉयर हायरिंग के लिए पॉजिटिव संकेत दे रहे हैं। जबकि 13 परसेंट एंप्लॉयर हायरिंग नहीं करना चाहते हैं। वहीं 36 फीसदी जरूरत के आधार पर ही हायरिंग करने का फैसला करेंगे।
छंटनी-मंदी के बीच रोजगार पर गुड न्यूज
हालांकि ओमिक्रॉन के बाद जब आखिरकार कोरोना की विदाई हुई थी तो उसके बाद जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में जो हायरिंग सेंटीमेंट्स थे वो अब तबसे कुछ कमजोर हुए हैं। एम्प्लॉयमेंट आउटलुक के सर्वे के मुताबिक 2022-23 की दूसरी तिमाही से हायरिंग सेंटीमेंट 15 फीसदी कमजोर हुए हैं। वहीं पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जानकारों के मुताबिक अब भारत में मंहगाई कम होने से घरेलू डिमांड में वापसी हुई है। इससे आर्थिक रफ्तार बढ़ रही है और कंपनियों को मांग पूरी करने को लिए हायरिंग करने में कोई परेशानी नहीं है।
बड़ी कंपनियों में मिलेगी युवाओं को आसानी से जॉब
रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर भी हायरिंग को लेकर सकारात्मक रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक 41 देशों में एंप्लॉयर हायरिंग का पोजिटिव संकेत दे रहे हैं। इन देशों में कोस्टा रिका 43 फीसदी के पोजिटिव संकेत के साथ चार्ट में सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर 39 फीसदी के साथ नीदरलैंड, तीसरे नंबर पर 38 परसेंट के साथ पेरू, चौथे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया और भारत 36 फीसदी के साथ पांचवें स्थान पर है।
जुलाई-सितंबर में हायरिंग करेगा कारोबार जगत
जबकि जापान में हायरिंग के महज 14 फीसदी और ताइवान में 15 परसेंट ही सकारात्मक संकेत हैं। अब जान लेते हैं कि किन किन सेक्टर्स में नौकरियों के मौकों की भरमार होने वाली है। सर्वे के मुताबिक आईटी, प्रौद्योगिकी, टेलीकॉम, कम्युनिकेशन और मीडिया में कंपनियों ने 47 फीसदी पॉजिटिव हायरिंग के संकेत दिए हैं। इनमें से 89 परसेंट फिलहाल ग्रीन नौकरियों के लिए भर्ती कर रहे हैं। इसके बाद वित्तीय और रियल एस्टेट सेक्टर में 41 प्रतिशत हायरिंग के संकेत हैं।
रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ी नौकरियां
रियल एस्टेट सेक्टर में हाल के समय में जिस तरह से तेजी आई है उसके बाद तो यहां पर नौकरियों के मौकों की बाढ़ आने की पहले से ही संभावना जताई जा रही थी। लेकिन इस रिपोर्ट में एक हैरान करने वाली बात भी सामने आई है। बैंकिंग संकट समेत मंदी का सामना करने के बावजूद सबसे ज्यादा 42 फीसदी हायरिंग के लिए सकारात्मक पश्चिम के देश हैं। इसके बाद 39 परसेंट के साथ उत्तर, 33 फीसदी के साथ दक्षिण
और 29 फीसदी के साथ पूर्व के देश हैं। इसका मतलब है कि आर्थिक रफ्तार सुस्त होने के बावजूद पश्चिम के देश हौसला बनाकर रखे हुए हैं जो दुनिया के संकट को कम करने का भरोसा बढ़ा रहा है।