AIN NEWS 1: गाजियाबाद में नगर निगम आयुक्त के एक फैसले से अब वित्त विभाग के राजस्व में कुल 24 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होगी। दरअसल, अब निगम आयुक्त ने घरों में दुकान चलाने वालों पर भी अतिरिक्त टैक्स लगाने के निर्देश दिए हैं। इस फैसले से शहर के कुल 33,061 लोगों के इसकी चपेट में आने की पूरी संभावना है। लेकीन लोगों ने अब निगम के इस तरह के नियम का विरोध करने का निर्णय लिया है।
इसके लिए की गई 33 हजार से ज्यादा दुकान चिन्हित
नगर निगम ने अब शहर में एक सर्वे किया है। इस सर्वे के अनुसार ऐसी कई दुकानों को चिन्हित किया गया है, जो के अपने घरों में चलाई जा रही हैं। ऐसी सभी दुकानें आवासीय दरों पर ही टैक्स का भुगतान कर रही हैं। इस सर्वेक्षण में कुल 33,061 दुकानें चिन्हित की गईं हैं, जिन्हें अपने घरों में चलाया जा रहा है। इन संपत्तियों पर आवासीय दरों के हिसाब से ही संपत्ति टैक्स लगाया जा रहा है। लेकिन, अब इस प्रकार की संपत्तियों पर भी कामर्शियल दरों के हिसाब से टैक्स लगाया जाएगा।
यह होगा अपनी तरह का पहला सर्वे
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए आवासीय की तुलना में दरें 3 से 6 गुना तक ज्यादा टैक्स हैं। नगर निगम अपनी आय बढ़ाने के लिए उपाय खोज रहा है। इसी क्रम में ऐसे सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान, जिनमें वाणिज्यिक क्रियाकलाप किये जा रहे हैं, ऐसे सभी प्रतिष्ठानों की पहचान के लिए नगर निगम की तरफ से अपनी तरह का यह एक पहला सर्वे कराया गया।
अब इन सभी को नोटिस भेजा जाएगा
निगम के ही मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि ऐसे सभी प्रतिष्ठानों के मालिकों को अब नोटिस भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसी संपत्ति मिश्रित उपयोग की श्रेणी में ही आएंगी, क्योंकि निवासी अपने घर के केवल एक ही हिस्से को वाणिज्यिक क्रियाकलापों में उपयोग करते हैं। इसलिए केवल घर के उसी हिस्से पर ही उन्हे व्यावसायिक दर से कर लगाया जाएगा। जबकि घर के अन्य हिस्से पर भी आवासीय दर से कर लगाया जाएगा।
इससे होगा 24 करोड़ का फायदा
नगर निगम आधिकारियों के अनुसार इन चिन्हित की गई 33,061 वाणिज्यिक संपत्तियों से अब तक 6 करोड़ 67 लाख 29 हजार 006 करोड़ रुपये का ही राजस्व वसूल किया जाता था, जो अब बढकर 24 करोड़ 42 लाख 60 हजार 414 करोड़ रुपये तक हो जाएगा। सर्वेक्षण के अनुसार सिटी जोन में 7,838 हजार, कविनगर जोन में 4,825 हजार, विजयनगर जोन में 6,872 हजार, वसुंधरा जोन मे 4,587 हजार, मोहननगर जोन में 8,939 हजार दुकानें पाई गई हैं।