AIN NEWS 1: गाजियाबाद में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी की द्वितीय वार्षिक हाफ मैराथन का रविवार को आयोजन किया गया । धावकों ने ‘रन फॉर योर हार्ट’ थीम पर लगभग 21 किलोमीटर दौड़ लगाई। ये हाफ मैराथन देश के पहले सबसे लंबे सिंगल पिलर एलिवेटेड रोड पर जाकर संपन्न हुई। गाजियाबाद के SSP मुनीराज जी. ने भी हाफ मैराथन पूरी की।
हाफ मैराथन को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इसमें 2300 से ज्यादा प्रतिभागी हुए शामिल
सुबह 6 बजे यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी से हाफ मैराथन को केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसे हरी झंडी दिखाई। मैराथन में करीब 2300 से ज्यादा धावक सम्मिलित हुए। इस दौरान मैराथन के रास्ते पर मेडिकल पॉइंट, पब्लिक मोबाइल टॉयलेट, फिजियोथेरेपिस्ट, पानी एवं एनर्जी ड्रिंक की भी उपलब्धता रही। प्रतिभागियों को हेल्दी ब्रेकफास्ट भी दिया गया। मैराथन में महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों समेत कौशांबी रनर्स क्लब, एक्सप्रेस-वे रनर्स, क्रॉसिंग रनर्स क्लब, इंदिरापुरम रनर्स क्लब के धावक ने बढ़-चढ़कर शामिल हुए।
गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह, यशोदा के डायरेक्टर और डीएम।
यह यशोदा से एलिवेटेड रोड तक गए धावक
डॉक्टरों के समूह ने भी यह दौड़ लगाई। लोगों ने डॉक्टरों से वायदा किया कि वे उन्हें दौड़ता देखकर काफी ज्यादा प्रेरित हुए हैं और अब नियमित रूप से सैर एवं दौड़ को चालू रखेंगे। हाफ मैराथन यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी से शुरू होकर हिंडन एलिवेटेड रोड के आखिर तक गई और वापस हॉस्पिटल आकर ही यह संपन्न हुई। राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शुभांग अरोड़ा, गाजियाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह, एसएसपी मुनिराज आदि मौजूद रहे।
मंत्री वीके सिंह बोले- लोग वॉक एवं रन के लिए प्रेरित हों
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री एवं गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह रहे। उन्होंने कहा कि यशोदा हॉस्पिटल द्वारा आयोजित मैराथन का उद्देश्य है कि लोग वॉक एवं रन के लिए प्रेरित हों। जिससे वे अपने ह्रदय को स्वस्थ रख सकें और हार्ट की पम्पिंग को दुरुस्त कर सकें।
हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर पीएन अरोड़ा ने कहा, यह हाफ मैराथन दूसरी बार आयोजित की गई है। इसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र से भी धावक आए हैं।
दिल्ली पैरालंपिक एसोसिएशन की अध्यक्षा डॉ. उपासना अरोड़ा ने कहा कि इस दौड़ में विभिन्न प्रकार कि दिव्यांगता से ग्रस्त बच्चों ने भी हिस्सा लिया और उनमें से कुछ बच्चों ने अंतररष्ट्रीय पदक भी जीते हैं। मैराथन के सफल होने पर डायरेक्टर उपासना अरोड़ा ने कहा 2019 से प्रारम्भ हुई इस हाफ मैराथन को हर साल आयोजित किया जाएगा।