AIN NEWS 1: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा में बनने जा रहे जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अक्षय तृतीया के दिन करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी और कहा कि यह मंदिर बहुत बड़ा और भव्य होगा, जिसकी ऊंचाई पुरी के जगन्नाथ मंदिर के समान होगी। इसके साथ ही उन्होंने मंदिर के निर्माण की योजना और इसके आसपास के विकास कार्यों की जानकारी दी।
मंदिर का निर्माण:
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दीघा में एक बड़ा जगन्नाथ मंदिर बन रहा है, जो न केवल धार्मिक महत्व का होगा, बल्कि क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। यह मंदिर पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ऊंचा होगा और इसके आसपास का क्षेत्र भी बहुत बड़ा होगा। मंदिर के निर्माण के साथ-साथ एक प्रशासनिक भवन भी बनाया जा रहा है। इस भवन में एक अतिरिक्त जिलाधिकारी (ADM) नियुक्त किया जाएगा, जो मंदिर के संचालन और पर्यटन कार्यों की देखरेख करेगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
ममता बनर्जी ने कहा कि इस मंदिर के निर्माण से दीघा क्षेत्र में पर्यटन को नया जीवन मिलेगा। वह इस परियोजना को धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानती हैं। दीघा पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, और इस मंदिर के बनने से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासनिक भवन और मंदिर परिसर के निर्माण से क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
नोडल अधिकारी की नियुक्ति:
मुख्यमंत्री ने बताया कि मंदिर के संचालन और पर्यटन कार्यों के लिए एक अतिरिक्त जिलाधिकारी (ADM) नियुक्त किया जाएगा। यह अधिकारी मंदिर और पर्यटन से संबंधित सभी कार्यों की निगरानी करेगा और क्षेत्र के विकास में योगदान करेगा। नोडल अधिकारी के रूप में यह ADM मंदिर से जुड़ी सभी गतिविधियों को समन्वित करेगा, ताकि मंदिर की सुविधाओं को सुचारू रूप से चलाया जा सके और पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके।
समारोह की तिथी:
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस भव्य मंदिर का उद्घाटन अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर किया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से हिन्दू धर्म में शुभ माना जाता है, और इस दिन मंदिर का उद्घाटन करने से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बढ़ेगा।
दीघा में बनने वाला जगन्नाथ मंदिर न केवल धार्मिक बल्कि पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस प्रयास से दीघा क्षेत्र में विकास की नई दिशा मिलेगी और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।