AIN NEWS 1 मेरठ: 13 साल का सूरज जो बुधवार को घर से लापता हो गया था, उसे मोदीनगर में पड़ोसियों ने देखा और वापस घर भेज दिया। सूरज को अपने माता-पिता की डांट के कारण घर छोड़कर भागना पड़ा था।
मम्मी-पापा की डांट से नाराज था सूरज
सूरज के पिता महेन्द्र शीशे के गेट का काम करते हैं। उनका बेटा सूरज कक्षा सात का छात्र है और शास्त्रीनगर के बालेराम ब्रजभूषण कॉलेज में पढ़ाई करता है। सूरज के परीक्षा परिणाम में कम अंक आने के बाद उसकी मां बरखा ने उसे डांट दिया, जिससे वह नाराज हो गया और घर से भाग गया। सूरज ने बताया कि मम्मी-पापा की डांट से तंग आकर उसने घर छोड़ दिया था।
घर से ट्यूशन जाने की बात कहकर निकला था सूरज
बुधवार दोपहर सूरज ने घर से ट्यूशन जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन न तो वह ट्यूशन पहुंचा और न ही घर वापस आया। जब शाम तक सूरज का कोई पता नहीं चला, तो उसके परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। परिवार ने गांधीनगर के ट्यूशन टीचर से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने बताया कि सूरज ट्यूशन पर नहीं आया। इसके बाद सूरज का स्कूल बैग आरटीओ दफ्तर के पास मिला, जिसके बाद उसकी तलाश तेज हो गई।
आरटीओ के गार्ड से मिली जानकारी
आरटीओ दफ्तर के गेट पर सूरज का स्कूल बैग देखा गया, जिसे गार्ड ने कॉलेज के प्रधानाचार्य को सूचना दी। प्रधानाचार्य ने क्लास टीचर को बताया और स्कूल ने सूरज के घर खबर भेजी। सूरज के पिता महेन्द्र ने आरटीओ ऑफिस जाकर बैग की पहचान की। वहीं, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सूरज का पता लगाने की कोशिश की और पाया कि सूरज अकेले आता हुआ और बैग रखकर वापस जाता हुआ दिखा।
पड़ोसियों ने सूरज को देखा, घर भेजा
सूरज को मोदीनगर में कुछ दोस्तों के साथ घूमते हुए पड़ोसियों ने देखा। पड़ोसियों ने सूरज से पूछताछ की और उसे समझाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर मेरठ वापस भेज दिया। सूरज को घर लाकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस की तफ्तीश जारी
पुलिस ने सूरज के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की थी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी तलाश कर रही थी। अब सूरज सुरक्षित घर लौट आया है, और उसके परिवार ने राहत की सांस ली है।