Ainnews1: कानपुर बवाल और हिंसा में शामिल 40 संदिग्धों का पोस्टर जारी किया गया है। वहीं मामले में कानपुर पुलिस ने ट्विटर और फेसबुक पोस्ट से सांप्रदायिक माहौल ख़राब करने के आरोप में 15 हैंडल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
साथ ही लोगों से संदिग्धों की तलाश में मदद करने की अपील की। पोस्टर में फोन नं. 9454403715 अंकित किया गया है। साथ ही लिखा है कि संदिग्धों के बारे में सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।जिसने भी सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की मंसा में 15 हैंडल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बवाल और हिंसा में आईएस-273 गैंग के समेत शहर के कई बड़े अपराधी शामिल थे। पुलिस ने गैंग के सक्रिय बदमाश अफजाल समेत करीब एक दर्जन बदमाश को आरोपी बनाया है। इन सभी की धरपकड़ शुरू तेज कर दी गई है। एक-दो को पुलिस ने हिरासत में भी ले कर पूछताछ जारी है। ये लोग बड़े पैमाने पर हिंसा फैलाने वाले थे। गनीमत रही कि पुलिस बल ने समय रहते अपनी पूरी जान झोक बवाल पर काबू पा लिया।पुलिस की अब तक की जांच में हयात जफर हाशमी के संगठन के साथ साथ पीएफआई का नाम सामने आया है। साक्ष्य भी पुलिस ने जुटाए हैं। इस बीच पुलिस की तफ्तीश में खुलासा हुआ कि इसमें आईएस-273 गैंग के अफजाल की बड़ी भूमिका रही है। इसके अलावा सबलू, बाबर, इजरायल आटा, फरहान कालिया, फैज, सुफिया कनखड़ा, जैन, मासूम, नसीम उर्फ बंटी, गुड्डू रियासत, दिलशाद, गलरेज, तल्हा अंसारी जैसे अपराधियों ने भी पूरा आतंक फैलाने की कोशिस की हैं। आईस-273 वही गैंग है जो पहले डी-टू गैंग था। 2010 में डी-टू गैंग खत्म कर नया गैंग बनाया था।