इंसान और ऑक्टोपस एक प्राचीन जीव के वंशज!
इस जीव की पहचान फेसिवर्मिस युन्नानिकस के रूप में हुई
यह जीव जो 518 लाख साल पहले रहा करते थे
AIN NEWS 1: एक नई रिसर्च के मुताबिक समंदर में रहने वाले आठ हाथों वाले जीव ऑक्टोपस और इंसानों के पूर्वज एक ही थे। इस रिसर्च के अनुसार इंसान प्राचीन जीव के वंशज हैं जो 518 लाख साल पहले रहा करते थे। शोधकर्ताओं की मानें तो यही वजह हो सकती है कि 8 अंगों वाला ऑक्टोपस काफी बुद्धिमान होता है। इस जीव की पहचान वैज्ञानिकों ने फेसिवर्मिस युन्नानिकस के तौर पर की है। वैज्ञानिकों के अनुसार जैसे-जैसे इस जीव का विकास होता गया, इसने अपने उन अंगों को गंवाना शुरू कर दिया जिसकी इसे जरूरत नहीं थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस जीव की अक्ल भी बहुत कम थी। जर्मनी की राजधानी बर्लिन स्थित मैक्स डेलब्रुक सेंटर की तरफ से एक स्टडी हुई है।
दिमाग को लेकर चौंकाने वाले खुलासे
इस स्टडी में पता लगा है कि ऑक्टोपस का दिमाग मनुष्यों के जैसा होता है क्योंकि समुद्री जानवरों में अलग अलग तरह के जीन नियामक होते हैं जिन्हें उनके तंत्रिका ऊतक में माइक्रोआरएनए (miRNAs) कहा जाता है जो दिमाग में मौजूद कोशिकाओं की संख्या के बराबर होता है। इस स्टडी की फाइंडिंग्स के मुताबिक miRNAs, एक प्रकार का RNA जीन है जो कि दिमाग के विकास में एक मौलिक रोल निभाता है। दिमाग इंसान का सबसे जटिल हिस्सा होता है। उनकी मानें तो यही इंसानों को ऑक्टोपस से जोड़ता है।
#Bandra में पति और बच्चों के साथ नजर आईं शिल्पा शेट्टी pic.twitter.com/x3UQUPYN0A
— 𝐀𝐈𝐍 𝐍𝐄𝐖𝐒 𝟏 (@ainnews1_) November 28, 2022
ऑक्टोपस होते हैं बेहद चालाक
स्टडी के को-ऑथर प्रोफेसर निकोलस राजवेस्की ने एसडब्ल्यूएस के एक बयान में ये दावा किया है। ऑक्टोपस की एक काफी चालाक जीव के तौर पर पहचान है। वे उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं। आश्रय के लिए नारियल के गोले ले जा सकते हैं। अपनी मांदों की सुरक्षा के लिए चट्टानों को ढेर कर सकते हैं और बचाव के लिए जेलीफ़िश जाल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑक्टोपस औजार का इस्तेमाल कर सकते हैं। नारियल के छिलकों से खुद को ढक सकते हैं और यहां तक कि पहेलियों को भी हल कर सकता है।
टिश्यू सैंपल पर की गई रिसर्च
हाल ही में ऑक्टोपस को एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते हुए भी रिकॉर्ड किया गया था। ऑक्टोपस एक समूह से जुड़ा है जिसे सेफलोपोड्स कहा जाता है – जिसमें स्क्वीड और कटलफिश भी शामिल हैं। रिसर्चर्स ने मृत ऑक्टोपस से 18 अलग-अलग टिश्यूज के सैंपल की स्टडी की। इसके बाद उन्होंने 42miRNA परिवारों की पहचान की। वैज्ञानिकों ने खासतौर पर दिमाग की पहचान की। सेफेलोपॉड विकास के दौरान जीन संरक्षित थे।