पाकिस्तान में सैनिक का खौफनाक कत्ल
आतंकी संगठन TTP ने दिया वहशी घटना को अंजाम
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सैनिक को गोलियों से भूना
AIN NEWS 1: बता दें आतंकवादी संगठन TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) ने पाकिस्तान में अपनी आतंकी वारदातों की रफ्तार बढ़ा दी है। अशांत बलूचिस्तान में लगातार होते हमलों के बीच इस आतंकी संगठन ने अफगानिस्तान की सीमा से सटे खैबर पख्तूख्वा में एक पाकिस्तानी सैनिक को गोलियों से मारकर उसका सिर सरेआम एक बाजार में पेड़ से लटका दिया। इस क्रूर आतंकी संगठन ने एक दूसरी घटना में पिता-बेटे का भी मर्डर कर दिया।
शव के पास मिली धमकी भरी चिट्टी
लाश के साथ TTP ने एक धमकी भरी चिट्ठी भी छोड़ी। इसमें लोकल लोगों को चेतावनी दी गई कि कोई भी मरने वाले के जनाजे में शामिल ना हो, वरना उसका बुरा अंजाम होगा। TTP ने जिस पाकिस्तानी फौजी की बेरहमी से हत्या की उसका नाम रहमान सागर है। अफगानिस्तान के पत्रकार सुहैब जुबेरी के अलावा कुछ दूसरे लोगों ने सोशल मीडिया के द्वारा इसकी जानकारी दी है। लेकिन इस मामले को लेकर पाकिस्तानी फौज और सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर लोग हैरान हैं। फौजी रहमान का सिर काटने की घटना बन्नू जिले के जानी खेल इलाके में हुई है। उसका सिर बाजार में एक पेड़ से लटका दिया गया था। शव के साथ स्थानीय पश्तो भाषा में लिखी एक चिट्ठी रखी गई थी।
मलाला के पिता ने भी उठाया मुद्दा
नोबेल शांति पुरुस्कार विजेता पाकिस्तान की एक्टिविस्ट मलाला यूसुफजई के पिता जियाउद्दीन ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसी इलाके की एक दूसरी घटना को लेकर पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर चिंता जताई है। जियाउद्दीन ने लिखा है कि सोमवार देर रात बन्नू जिले के अहम खेल क्षेत्र के एक घर में टीटीपी आतंकवादियों ने रहमानउल्लाह और उनके बेटे का गोली गोली मारकर मर्डर कर दिया। बाद में रहमानउल्लाह का शव एक पेड़ से लटका दिया। जियाउद्दीन ने इस घर में अकेली बची 10 साल की बच्ची की तस्वीर भी पोस्ट की है।
कौन है तहरीक-ए-तालिबान?
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का एक खुंखार आतंकी संगठन है। इसे पाकिस्तान में तालिबान कहा जाता है। इस आतंकी संगठन की स्थापना दिसम्बर 2007 में हुई थी। ये पाकिस्तान में अफगानिस्तान की सीमा के पास कबायली इलाकों में एक्टिव है। ये पाकिस्तान में भी इस्लामिक शासन यानी शरिया कानून चाहता है। । इस आतंकवादी संगठन पर 2014 में पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमला करने का आरोप है। इस हमले में 132 बच्चों समेत 149 लोगों की मौत हो गई थी।