FMCG की बिक्री में बढ़ोतरी
गांवों में घटी FMCG की डिमांड
शहरों ने बढ़ाई रोजमर्रा के सामान की बिक्री
AIN NEWS 1: बता दें महंगाई की वजह से ग्रामीण इलाकों में डिमांड घटने के बावजूद 2022-23 में FMCG सेक्टर पर महंगाई ने कुल मिलाकर ज्यादा असर नहीं किया है। पहले महंगाई के चलते कंपनियों की बिक्री में वॉल्यूम के लिहाज से बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले लोकप्रिय छोटू पैक तक की डिमांड घट गई थी। लेकिन त्योहारों में बिक्री बढ़ने और फिर महंगाई के घटने से कंपनियों ने इसकी भरपाई करने में कामयाबी हासिल की है जिसके चलते 2022-23 में FMCG की बिक्री 7 से 9 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। वहीं संगठित क्षेत्र की कंपनियों की बिक्री में 9 से 11 परसेंट तक की तेजी आने का अनुमान है।
रोजमर्रा का सामान शहरों में ज्यादा बिका
FMCG सेक्टर की बिक्री बढ़ने की वजह शहरी इलाकों में बिस्किट, साबुन, टूथ पेस्ट जैसे रोजाना खपत के प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ना रहा है। इसकी वजह है कि बीती कुछ तिमाहियों में FMCG सेक्टर की बड़ी कंपनियों ने असंगठित क्षेत्र की कई कंपनियों को खरीद लिया है। FMCG कंपनियों ने कई छोटे-बड़े ब्रांड्स का भी अधिग्रहण करके विस्तार की रणनीति अपना रखी है। इस साल जो प्रमुख सौदे हुए उनमें डाबर ने बादशाह मसाले को खरीदा है। रिलायंस रिटेल ने कैम्पा कोला को खरीदा है। अडाणी विल्मर ने कोहिनूर बासमती का अधिग्रहण किया है। ITC ने ब्लूपिन टेक्नोलॉजीस को, मैरिको ने HW वेलनेस को और इमामी ने डर्मिकूल और ट्रू नेटिव F&B को खरीदा है।
अगले साल बढ़ेगी FMCG की बिक्री
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक अगर इस साल और पिछले साल की तुलना करें तो 2021-22 में संगठित क्षेत्र की FMCG कंपनियों ने कुल 4.7 लाख करोड़ रुपए की बिक्री की थी। 2022-23 में ये आंकड़ा 5.12 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। अगर अलग कैटेगरीज में FMCG प्रॉडक्ट्स की बिक्री में हुई बढ़ोतरी को देखें तो कुल बिक्री में 49 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले फूड-ब्रेवरीज सेगमेंट की बिक्री इस साल 9 और अगले साल 10 परसेंट बढ़ने का अनुमान है। 29 फीसदी हिस्सेदारी वाले पर्सनल केयर सेगमेंट की बिक्री इस साल 10 फीसदी और अगले साल 8 परसेंट बढ़ सकती है। 22 फीसदी हिस्सेदारी वाले हेल्थ केयर सेगमेंट की बिक्री इस साल और अगले साल 6 से 7 परसेंट बढ़ सकती है। वहीं सभी कैटेगरीज की बिक्री इस साल साढ़े 8 और अगले साल 7.9 परसेंट बढ़ने का अनुमान है। क्रिसिल के मुताबिक अगले साल भी FMCG सेक्टर की ग्रोथ 10 फीसदी के आसपास रहने की संभावना है।