AIN NEWS 1: बता दें उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गणतंत्र दिवस के दिन अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने का मामला शांत होता बिलकुल नहीं दिख रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर एएमयू में निलंबित छात्र के समर्थन में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ने अपना प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने फिर यहां अल्लाह हू अकबर और नारा-ए-तकबीर के नारे भी लगाए।प्रदर्शनकारी छात्रों ने अपने साथी छात्र के निलंबन को तुरंत रद्द करने की मांग की। इस संबंध में छात्रों ने एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पीएम मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री में दिखाए गए तथ्य बिलकुल सही हैं। छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नमाज के बाद जामा मस्जिद से बाबा सैयद गेट तक एक बडा विरोध मार्च निकाला। छात्रों ने कहा कि दोनों समुदायों ने ही यहां धार्मिक नारेबाजी की थी। उन्होंने कहा कि उक्त कार्रवाई एक समुदाय के छात्र के खिलाफ की गई, जबकि अन्य को फ्री पास दिया गया।मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक छात्र द्वारा कुछ स्लोगन लगाए गए थे, जिसके चलते उसे निलंबित किया गया था। शुक्रवार को भी छात्रों द्वारा कैंपस में काफ़ी प्रदर्शन किया गया है और निलंबित छात्रों को बहाल किए जाने की मांग भी की गई।
जाने AMU प्रॉक्टर ने जांच के लिए गठित की टीम
प्रॉक्टर ने कहा कि छात्रों द्वारा मुझे एक ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें छात्र को बहाल किए जाने की उन्होने मांग की गई है। प्रॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि निलंबित छात्र के संबंध में एएमयू द्वारा एक टीम गठित की गई है। टीम के सदस्य जल्द ही अपनी जांच रिपोर्ट लगाकर सौंप देंगे उसी के आधार पर ही यहां कारवाही का अग्रिम फैसला लिया जाएगा।बता दें, विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान धार्मिक नारे लगाने वाले एक मुस्लिम छात्र को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया था और पुलिस ने मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की। छात्र के नारे लगाने का वीडियो अब वायरल हो गया था। हालांकि बाद में कुछ और वीडियो वायरल हुए, जिनमें हिंदू समुदाय के छात्र भी धार्मिक नारे भी लगा रहे थे।