AIN NEWS 1: बता दें AstraZeneca Pharma India Ltd. जो की एक दवा की बहुराष्ट्रीय कंपनी है उसने भारत मे 10 जनवरी 2023 को अपने प्रायमरी केयर डिवीजन के सभी कर्मियों को VRS प्रस्ताव किया । जिसका सभी कर्मचारियों ने विरोध किया । परंतु मैनेजमेंट ने अपने प्रस्ताव को वापस नहीं लिया और उसने अधिक धन देने का प्रस्ताव दिया। इसके पीछे उनकी मंशा संगठित कर्मचारियों को कंपनी से निकालना था और उनकी यूनियन को पूरी तरह समाप्त करना था ।

कर्मचारियों के विरोध के बावजूद और कर्मचारी विरोधी कार्य करने के खिलाफ कर्मचारियों की यूनियन ने बेंगलुरु में डीएलसी ऑफिस में अपना विरोध भी दर्ज कराया , मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि वे उन साथियों की नौकरियां जारी रखेंगे जो VRS का प्रस्ताव स्वेच्छा से नहीं लेंगे। डीएलसी ऑफिस में मैनेजमेंट ने आकर सभी कर्मचारियों की नौकरियां सुचारू रूप से चलेगी ऐसा विश्वास भी दिलाया परंतु इसके विपरीत मैनेजमेंट ने गैर कानूनी रूप से 51 PSRs को बर्खास्त कर दिया। FMRAI लगातार AstraZeneca Pharma की मैनेजमेंट से बातचीत करने का प्रयास करती रही परंतु 6 मार्च 2023 को मैनेजमेंट द्वारा प्रायमरी केयर की सभी कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर भी भेज दिया गया जो की 10 मार्च से प्रभावी था जो पूरी तरह से गैरकानूनी कार्रवाई है क्योंकि कर्नाटक लेबर डिपार्टमेंट में यह केस लंबित है AstraZeneca Pharma की इस गैरकानूनी कार्रवाई का पूरे भारतवर्ष में 10 मार्च 2023 तारीख को विरोध किया गया और सभी गैरकानूनी टर्मिनेशन को वापस लेने के लिए ज्ञापन दिया गया। DSMRO ने 15 मार्च को AstraZeneca Pharma के दिल्ली में स्थित दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया तथा मांग पत्र दिया। जिन कर्मचारियों ने मैनेजमेंट का प्रस्ताव ठुकरा दिया और नौकरी की मांग करी वे सभी साथ में तथा उनकी यूनियन एफएम आर ए आई इस गैर कानूनी,असंवैधानिक कार्रवाई की घोर निंदा करते है और अपने विरोध प्रदर्शन को तेजी देगें और उचित कानूनी कार्रवाई को भी जारी रखेंगे।

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