Ainnews1 डेस्क : आप लोगों ने कई बार शादी विवाह या फिर किसी फिल्म के शूटिंग में ड्रोन को आकाश में उड़ते हुए तो जरूर देख लिया होगा । लेकिन आप इन से जुड़ी कुछ अहम बातें जानते हैं क्या ? ड्रोन को आप यूं ही नहीं उड़ा सकते है। उसके लिए भी कुछ नियम कायदे बनाए गए हैं जिनको जान लेना बेहद जरुरी है । तो चलिए आज आप लोगों को इस लेख के माध्यम से जुड़े कुछ अहम नियम के बारे में बताते हैं ताकि आप मुश्किल मे ना फसे ।दरअसल, ड्रोन उड़ाने के लिए कुछ नियम निर्धारित हैं। इन नियमों को जान लेना चाहिए वरना आपको 1 लाख रुपये तक जुर्माना भी देना पड़ सकता है।ड्रोन नियम : आपको बता दे की सभी ड्रोन को डिजिटल अब पंजीकृत कराना होगा। साथ ही सभी ड्रोन की उपस्थिति और उनकी उड़ान के बारे में सूचित करना होगा। ड्रोन में 250 ग्राम या इससे कम वजन के नैनो उपकरण, 250 ग्राम से 2 किलोग्राम तक के माइक्रो उपकरण ही लगाये जा सकेंगे। छोटे ड्रोन 2 किलोग्राम से 25 किलोग्राम वजनी ही होंगे। मध्यम (मीडियम) ड्रोन 25 किलोग्राम से 150 किलोग्राम तक के हो सकते हैं। बड़े यूएवी 150 किलोग्राम से 500 किलोग्राम के दायरे में ही होंगे।500 किलोग्राम से अधिक वजनी यूएवी विमान सभी नियम, 1937 का पालन करेंगे। किसी संस्थान या व्यक्ति को ड्रोन उड़ाने की योग्यता का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेना होगा, जिसे क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया या उनके/केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत कोई संस्था ही जारी कर सकती है। प्रत्येक ड्रोन की एक विशिष्ट पहचान संख्या (UIN) होनी ही चाहिए, जिसे डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म के माध्यम से सेल्फ-जेनेरेट किया जा सकता है। UIN नए और पहले से मौजूद सभी UAV के लिए अनिवार्य कर दिया है।यह नियम भी जान लीजिए : ड्रोन को कहीं भी नहीं उड़ाया जा सकेगा। इसके लिए डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म पर एक इंटरेक्टिव एयरस्पेस मैप ही देगा। जिसमें तय जोन की जानकारी होगी। यह रेड, ग्रीन और येलो जोन होंगे। नए नियमों के तहत ड्रोन का अधिकतम वजन 300 किलोग्राम से बढ़ाकर 500 किलोग्राम किया गया है। इससे ड्रोन टैक्सियों को ड्रोन नियमों के दायरे में लाना सुनिश्चित कर दिया है।ड्रोन उड़ाने की योग्यता : ड्रोन पायलटों के लिए उम्र और योग्यता के कुछ मानक निर्धारित होंगे, जिन्हें पूरा करना आवश्यक होगा। एक गैर-हस्तांतरणीय लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एक पात्रता परीक्षा होगी। ये लाइसेंस 10 साल के लिए वैध होंगे और केवल अधिकृत कर्मी ही ड्रोन को संचालित कर सकेंगे। हालांकि, माइक्रो ड्रोन (गैर-व्यावसायिक उपयोग के लिए), नैनो ड्रोन और आरएंडडी (अनुसंधान और विकास) संगठनों के लिए पायलट लाइसेंस की आवश्यकता नहीं हैनियमों के उल्लंघन पर लगेगा 1 लाख का जुर्माना : यदि नियमों के अनुपालन, में कोई चूक होती है, तो विमान अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई होगी। इसके तहत 1 लाख तक का जुर्माना लग सकता है। ये नियम इससे पहले मार्च 2021 में अधिसूचित मानव रहित विमान प्रणाली (यूएएस) नियमों की जगह लेंगे। पिछले संस्करण के बाद नियमों में कई बदलाव किए गए हैं।