जी-20 के आर्थिक व सामाजिक विकास मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक 11 जून से 13 जून, 2023 को वाराणसी में होने जा रही है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसको संबोधित करेंगे।
आर्थिक मंदी, जलवायु परिवर्तन सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा
यह बैठक तब हो रही है जब वैश्विक आर्थिक विकास को लेकर नई चुनौतियां पैदा होने का खतरा बन गया है और जी-20 के कई सदस्यों की आर्थिक विकास दर के प्रभावित होने के भी संकेत साफ मिलने लगे हैं। इस बैठक में आर्थिक मंदी, विकासशील देशों पर बढ़ते कर्ज के बोझ, जलवायु परिवर्तन, दुनिया में बढ़ती गरीबी और असमानता, खाद्य व ऊर्जा समस्या, सप्लाई चेन की समस्या, भू-राजनैतिक तनाव जैसे मुद्दों पर विमर्श होगा।
इसकी अहमियत को देख कर ही जी-20 डेवलपमेंट मिनिस्टर्स बैठक को इस समूह की सबसे महत्वपूर्ण बैठक के तौर पर जाना जाता है। मोटे तौर पर जिन मुद्दों पर समूह के सदस्य देशों के दूसरे कई मंत्री अलग-अलग चर्चा करते हैं, उन पर अब एक साथ चर्चा की जाएगी।
बैठक में कुछ गंभीर मुद्दों पर होगी बातचीत
सितंबर, 2023 में नई दिल्ली में जी-20 की शिखर सम्मेलन के बाद जारी होने वाले संयुक्त घोषणा पत्र को अंतिम रूप देने में भी इस बैठक का बड़ा योगदान होगा। संभावना है कि यूक्रेन-रूस युद्ध के मुद्दे पर अमेरिका और कुछ यूरोपीय देश रूस को निशाने पर लेने की कोशिश करेंगे।इसी कारण बैठक के विवादास्पद होने की भी संभावना जताई जा रही है।
वाराषसी बैठक में रखे गए दो मुख्य विषय
विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि भारत की तरफ से विकासशील व गरीब देशों से जुड़े मुद्दों को इसमें उठाया जाएगा। इसमें जो फैसले किये जाएंगे उन पर सितंबर, 2023 में संयुक्त राष्ट्र महाअधिवेशन के दौरान सहस्त्राब्दी लक्ष्यों (एसडीजी) को लेकर होने वाली बैठक में चर्चा होगी।
वाराणसी बैठक में मुख्य तौर पर दो विषय रखे गए हैं। इसमें एक है एसडीडी के लक्ष्यों को हासिल करने को लेकर साझा कार्ययोजना और दूसरी ‘हरित विकास’ से संबंधित होगी। बैठक में दो सौ विदेशी मेहमानों के भाग लेने की संभावना है।