AIN NEWS 1: आगरा के बहुत बड़े जाने-माने लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. लाखन सिंह गालब के लिए यह रविवार तड़के का दिन बहुत ही बुरा रहा उनकी बस एक चूक उनके लिए जानलेवा बन गई। जब डॉक्टर राजामंडी स्टेशन पर अपनी ही बेटी को उसकी ट्रेन में बिठाने गए थे। वहा एसी कोच में उसे बिठाकर जब तक वो ट्रेन से उतरते तब तक इस ट्रेन ने अपनी गति पकड़ ली। लेकीन डॉ. लाखन ने इसके बावजूद भी रिस्क लिया। वह चलती ट्रेन से उतरे और वही प्लेटफार्म से फिसलते हुए वह ट्रेन के नीचे चले गए। इस दौरान वहा पर प्लेटफार्म पर मौजूद एक शख्स ने उन्हें बचाने के लिए भी दौड़ लगाई लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉ. लाखन की इस ट्रेन की चपेट में आकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह पूरा मामला रविवार की सुबह करीब आठ बजे जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली महाकौशल एक्सप्रेस राजामंडी स्टेशन पर पहुंची थी। डॉ. गालब अपनी बेटी को इस महाकौशल एक्सप्रेस में बिठाने के लिए ही गए थे।
#WATCH | आगरा के जाने-माने लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. लाखन
सिंह गालब के लिए रविवार तड़के एक चूक जानलेवा बन गई। वह अपनी बेटी को ट्रेन में बिठाकर चलती ट्रेन से उतरने लगे और प्लेटफार्म से फिसलते हुए उसके नीचे चले गए। डॉ. लाखन की ट्रेन की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई। pic.twitter.com/s7zzLdeLmX— 𝐀𝐈𝐍 𝐍𝐄𝐖𝐒 𝟏 (@ainnews1_) November 5, 2023
यह ट्रेन हजरत निजामुद्दीन जा रही थी। एसी कोच में बेटी को बिठाने के दौरान जब ट्रेन चलने लगी। तो ट्रेन चलने पर डॉ. गालब जल्दबाजी में ही कोच के गेट पर से उतरने के लिए पहुंचे।तभी काफ़ी जल्दबाजी में उतरते समय वो कोच के फुटरेस्ट पर रखा हुआ उनका पैर फिसल गया और वह प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में ही पटरी पर गिर गए। यह सारा वाकया वहा स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया है। फुटेज में साफ़ दिख रहा है कि एक शख्स ने उन्हें गिरता देख उनकी तरफ़ दौड़कर बचाने की कोशिश भी की लेकिन तब तक काफी ज्यादा देर हो चुकी हादसे में उनके शरीर के दो हिस्से हो गए। डॉ. लाखन सिंह काफ़ी मसूर लेप्रोस्कोपी सर्जन थे। पुष्पांजलि, आसोपा सहित कई हॉस्पिटलों में वह अपनी सेवाएं देते थे।