नमस्कार,
कल की बड़ी खबर टाटा ट्रस्ट से जुड़ी रही, रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल ट्रस्ट के चेयरमैन बनाए गए हैं। एक खबर महाराष्ट्र के नासिक से रही, यहां तोप दागने की प्रैक्टिस कर रहे 2 अग्निवीरों की मौत हो गई।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- नागपुर में RSS का विजयादशमी कार्यक्रम:
आज नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का वार्षिक विजयादशमी कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में इसरो के पूर्व चेयरमैन के. राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। विजयादशमी का यह आयोजन संघ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जिसमें संघ के प्रमुख विषयों और योजनाओं पर चर्चा की जाती है। - भारत और बांग्लादेश के बीच टी-20 सीरीज का तीसरा मैच:
हैदराबाद में आज भारत और बांग्लादेश के बीच टी-20 सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच खेला जाएगा। भारत पहले से ही 3 मैचों की इस सीरीज में 2-0 से आगे है, और आज का मैच बांग्लादेश के लिए प्रतिष्ठा बचाने का अवसर होगा, जबकि भारत क्लीन स्वीप की कोशिश करेगा।
अब कल की बड़ी खबरें…
नोएल टाटा संभालेंगे टाटा ट्रस्ट की कमान, बोले- “रतन टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार”
इजराइल का लेबनान में UN पोस्ट पर हमला, भारत के 600 सैनिक बॉर्डर पर तैनात
इजराइल ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र (UN) की शांति सेना के पोस्ट पर हमला किया, जिसमें UN के 2 सदस्य घायल हो गए। इस घटना पर भारत के विदेश मंत्रालय ने गंभीर चिंता जताई और कहा, “हम ब्लू लाइन पर बिगड़ते सुरक्षा हालात से चिंतित हैं।”
ब्लू लाइन क्या है?
ब्लू लाइन, इजराइल-लेबनान सीमा पर लगभग 120 किमी लंबी एक सीमा रेखा है, जो संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग मिशन के तहत बनाई गई है। यहां भारत के 600 सैनिक भी तैनात हैं, जो शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इजराइली हमले के बाद उठाए गए कदम:
भारतीय विदेश मंत्रालय ने UN पोस्ट की सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाने की मांग की है। इसके साथ ही इटली, फ्रांस और इंडोनेशिया जैसे देशों ने भी इजराइल से इस हमले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
इजराइल में भारत के राजदूत रुयूवेन अजार ने कहा, “हिजबुल्लाह, UN पोस्ट की आड़ में इजराइल पर हमले कर रहा है। इजराइल UN सैनिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा।”
नासिक आर्टिलरी स्कूल में शेल ब्लास्ट से 2 अग्निवीरों की मौत, फायरिंग प्रैक्टिस के दौरान हुआ हादसा
महाराष्ट्र के नासिक स्थित आर्टिलरी सेंटर में फायरिंग प्रैक्टिस के दौरान हुए शेल ब्लास्ट में दो अग्निवीरों की मौत हो गई। यह हादसा 9 अक्टूबर को हुआ, जिसकी जानकारी अगले दिन सामने आई। घटना के समय तीन अग्निवीर फील्ड गन से गोला दागने की प्रैक्टिस कर रहे थे। उसी दौरान एक गोले में अचानक विस्फोट हो गया। तीसरा अग्निवीर गंभीर रूप से घायल है और फिलहाल अस्पताल में इलाज जारी है।
पिछले हफ्ते भी हुआ था हादसा:
इससे पहले 4 अक्टूबर को राजस्थान के भरतपुर में एक मॉक ड्रिल के दौरान भी एक अग्निवीर की मौत हो गई थी। आग बुझाने की मॉक ड्रिल के दौरान एक सिलेंडर को उल्टा फेंकने से वह फट गया और उसके टुकड़े जवान की छाती में लग गए। गंभीर चोटों के चलते उस अग्निवीर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
इस तरह की घटनाएं सुरक्षा प्रोटोकॉल की सख्त निगरानी और ट्रेनिंग के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत पर सवाल खड़े करती हैं।
बांग्लादेश के जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी, 3 साल पहले PM मोदी ने चढ़ाया था
बांग्लादेश के सतखीरा स्थित प्रसिद्ध जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया है। यह मुकुट चांदी का था, जिस पर सोने की परत चढ़ी हुई थी। घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें चोरी की पूरी घटना दर्ज हुई है।
यह मुकुट भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में बांग्लादेश दौरे के दौरान मंदिर में चढ़ाया था। चोरी के बाद भारतीय उच्चायोग ने ढाका में बांग्लादेशी अधिकारियों से इस घटना पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जेशोरेश्वरी मंदिर का धार्मिक महत्व:
जेशोरेश्वरी मंदिर हिंदू धर्म के 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर माता सती की बाईं हथेली गिरी थी। यह मंदिर बांग्लादेश के जेस्सोर इलाके में स्थित है, इसलिए इसका नाम ‘जेशोरेश्वरी’ रखा गया। मां काली को दुर्गा के नौ रूपों में से एक माना जाता है और यह स्थान हिंदू भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र है।
मंदिर से इस तरह की चोरी हिंदू समुदाय में चिंता और आक्रोश पैदा कर रही है, खासकर जब यह मुकुट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चढ़ाया गया था।
जापानी संगठन निहोन हिदांक्यो को मिला नोबेल शांति पुरस्कार, परमाणु हथियार मुक्त दुनिया के लिए प्रयास
जापान के संगठन निहोन हिदांक्यो को इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाएगा। यह संगठन परमाणु हथियारों के खिलाफ वैश्विक मुहिम चलाने के लिए जाना जाता है। निहोन हिदांक्यो में वे लोग शामिल हैं, जो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमलों में बच गए थे। इस संगठन की स्थापना 1956 में की गई थी और इसका उद्देश्य परमाणु हथियार मुक्त दुनिया की वकालत करना है।
नोबेल कमेटी का बयान:
नोबेल कमेटी ने संगठन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “हिरोशिमा-नागासाकी के परमाणु हमले के पीड़ितों को ‘हिबाकुशा’ कहा जाता है। ये हिबाकुशा दुनियाभर में अपनी दर्दनाक कहानियों को निहोन हिदांक्यो के माध्यम से साझा करते हैं, ताकि लोग समझ सकें कि परमाणु हथियार कितने खतरनाक होते हैं।”
नोबेल कमेटी ने यह भी कहा कि “एक दिन हिबाकुशा हमारे बीच नहीं होंगे, लेकिन जापान की नई पीढ़ी उनकी कहानियों और अनुभवों को साझा करती रहेगी। यह प्रयास दुनिया को परमाणु हथियारों के खतरे के प्रति जागरूक करता रहेगा।”
निहोन हिदांक्यो का यह पुरस्कृत प्रयास, मानवता के लिए शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से परमाणु हथियारों को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
अखिलेश यादव को JPNIC जाने से रोका, घर में जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर चढ़ाई माला
उत्तर प्रदेश सरकार ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को लखनऊ स्थित जेपी कन्वेंशन सेंटर (JPNIC) पर माल्यार्पण करने से रोक दिया। इसके बाद अखिलेश ने अपने घर में लगी लोकनायक जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माला चढ़ाई।
UP सरकार ने इस निर्णय के पीछे तर्क दिया कि बारिश के कारण JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं, जिससे माल्यार्पण करना सुरक्षित नहीं होगा। प्रशासन ने अखिलेश के घर के बाहर बैरिकेडिंग लगाई, तार बिछाए, और फोर्स तैनात कर दी। वहीं, JPNIC के बाहर टीन की दीवार भी खड़ी कर दी गई।
जेपी जयंती पर फिर टकराव:
यह दूसरा साल है जब जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर अखिलेश यादव और यूपी सरकार आमने-सामने हैं। पिछले साल, अखिलेश JPNIC के गेट कूदकर अंदर गए थे और वहां माल्यार्पण किया था। JPNIC का निर्माण 2013 में सपा सरकार के दौरान शुरू हुआ था, लेकिन 2017 में योगी सरकार आने के बाद इसके निर्माण को लेकर जांच शुरू हो गई। तब से यह निर्माण अधूरा है और आम जनता की एंट्री पर भी रोक है।
अखिलेश यादव के इस कदम से सपा और सरकार के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है, खासकर जेपी की विरासत के मुद्दे पर।
त्रिची में एअर इंडिया एक्सप्रेस की इमरजेंसी लैंडिंग, हाइड्रोलिक सिस्टम फेल होने से 3 घंटे तक आसमान में रही फ्लाइट
तमिलनाडु के तिरुचलापल्ली से शारजाह जा रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (AXB 613) को हाइड्रोलिक सिस्टम फेल हो जाने के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। उड़ान भरते ही प्लेन का हाइड्रोलिक सिस्टम खराब हो गया, जिसके बाद फ्लाइट को सुरक्षित उतारने के लिए पायलट ने आसमान में करीब 3 घंटे तक चक्कर लगाए ताकि फ्यूल कम हो सके। फ्लाइट में 141 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे।
एयरपोर्ट पर रेस्क्यू टीम की तैयारी:
पायलट द्वारा इमरजेंसी मैसेज भेजे जाने के बाद एयरपोर्ट पर तुरंत फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, और इमरजेंसी रेस्क्यू टीम को तैनात कर दिया गया। उनकी सतर्कता के चलते फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग संभव हो पाई।
एअर इंडिया एक्सप्रेस, टाटा ग्रुप की एअर इंडिया की सहायक कंपनी है, जो भारत से खाड़ी देशों के बीच उड़ान सेवाएं प्रदान करती है। इस घटना में किसी यात्री को नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह दुर्घटना हवाई सुरक्षा को लेकर सवाल जरूर खड़े करती है।
टेस्ला ने पहली ऑटोनॉमस रोबो टैक्सी ‘साइबरकैब’ रिवील की, बिना ड्राइवर चलेगी AI फीचर्स वाली टैक्सी
इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता टेस्ला ने अपनी पहली ऑटोनॉमस रोबो टैक्सी ‘साइबरकैब’ का अनावरण किया है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुए ‘वी-रोबोट’ इवेंट में इसे पेश किया गया। यह दो सीटों वाली साइबरकैब पूरी तरह से सेल्फ-ड्रिवन है, जिसमें न तो स्टीयरिंग है और न ही पैडल। इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक से नियंत्रित किया जाएगा, जो इसे ड्राइवर की आवश्यकता के बिना संचालित करेगी। इस इलेक्ट्रिक टैक्सी का प्रोडक्शन 2027 से पहले शुरू होने की संभावना है, और इसकी कीमत लगभग 30,000 डॉलर (करीब 25 लाख रुपए) होगी।
साइबरकैब की खासियतें:
साइबरकैब को चलाने की लागत मात्र 20 सेंट प्रति माइल यानी लगभग 16 रुपए प्रति 1.6 किलोमीटर होगी, जो इसे काफी किफायती बनाती है। यह टैक्सी वायरलैस चार्जिंग से लैस होगी, जिससे इसे चार्ज करने के लिए किसी प्लग की जरूरत नहीं होगी।
इसके अलावा, टेस्ला ने एक और ऑटोनॉमस व्हीकल ‘रोबोवैन’ भी पेश किया, जो 20 लोगों को एक साथ ले जाने की क्षमता रखेगा। यह इवेंट टेस्ला की AI और ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक है, जो भविष्य की परिवहन प्रणाली को बदलने का वादा करती है।