मोबाइल नेटवर्क की गुणवत्ता और कवरेज को सुधारने के लिए सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए सख्त कदम उठाए हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने Jio, Airtel, Vodafone-Idea और BSNL समेत सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों को अपने नेटवर्क कवरेज की पूरी जानकारी सार्वजनिक करने का आदेश दिया है।
क्या है TRAI का नया आदेश?
TRAI ने सभी कंपनियों को निर्देश दिया है कि:
- नेटवर्क कवरेज मैप: कंपनियां अपनी वेबसाइट पर एक मैप पब्लिश करें, जिसमें यह जानकारी हो कि उनका नेटवर्क कवरेज कहां उपलब्ध है।
- सेवा की श्रेणी की जानकारी:
- कौन-से इलाकों में वायरलेस नेटवर्क या ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध हैं।
- कौन-से इलाके नॉन-कवरेज जोन में आते हैं।
- QoS (Quality of Service): यह कदम सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है ताकि उपयोगकर्ताओं को सही जानकारी दी जा सके।
कैसे होगा फायदा?
- उपभोक्ता निर्णय लेने में सक्षम होंगे: यूजर्स यह तय कर सकेंगे कि किस इलाके में कौन-सी सेवा उपलब्ध है और बेहतर सेवा के लिए किस ऑपरेटर को चुनना चाहिए।
- यूजर्स का फीडबैक सिस्टम:
- मैप पर एक विकल्प दिया जाएगा जहां यूजर्स बता सकेंगे कि उनके क्षेत्र में नेटवर्क कैसा है।
- यह फीचर Google Maps के “फीडबैक सिस्टम” जैसा होगा, जहां अन्य यूजर्स को मदद मिल सके।
सेवा में सुधार का प्रयास
TRAI का यह आदेश “क्वालिटी ऑफ सर्विस” (QoS) के अंतर्गत आता है। इसका उद्देश्य:
- टेलीकॉम ऑपरेटरों को अपनी कवरेज पारदर्शी बनाना।
- नॉन-कवरेज क्षेत्रों की पहचान कर वहां नेटवर्क सेवा में सुधार करना।
- उपभोक्ताओं को सटीक जानकारी देकर उनकी शिकायतों और असंतोष को कम करना।
उद्योग पर प्रभाव
TRAI के इस निर्देश से कंपनियों को अपनी नेटवर्क स्ट्रेटेजी में बदलाव करना होगा। ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए यह कदम लंबे समय में कंपनियों की सेवा गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा।
निष्कर्ष
TRAI का यह नया आदेश मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ा राहत भरा कदम है। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और कंपनियों को अपने नेटवर्क में सुधार करने का दबाव महसूस होगा। अब उपभोक्ताओं को उनकी सेवा की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी, जिससे टेलीकॉम सेक्टर में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।