AIN NEWS 1 आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा जिले में एक सहायक शिक्षिका, मालती वर्मा, साइबर अपराधियों के द्वारा किए गए फर्जी कॉल के चलते गंभीर तनाव में आ गईं और उनकी मृत्यु हो गई। यह मामला एक नई साइबर ठगी के मामले को उजागर करता है, जिसमें अपराधियों ने एक धोखाधड़ी योजना के तहत शिक्षिका को निशाना बनाया।
मालती वर्मा को एक कॉल आई जिसमें स्वयं को पुलिस अधिकारी बताने वाले साइबर अपराधियों ने कहा कि उनकी बेटी एक सेक्स स्कैंडल में फंसी हुई है। अपराधियों ने दावा किया कि उनकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है और यदि वे उसे बचाना चाहती हैं, तो उन्हें 15 मिनट के भीतर 1 लाख रुपये का भुगतान करना होगा।
इन चार घंटों के दौरान, अपराधियों ने शिक्षिका को डराने के लिए कई बार गलत जानकारी दी। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे उनकी बेटी से बात करवा सकते हैं, जिससे मालती वर्मा और भी परेशान हो गईं। फोन पर दूसरी ओर से उनकी बेटी की आवाज सुनकर, जो कह रही थी “मां, मुझे बचा लो,” शिक्षिका का मानसिक तनाव बढ़ गया।
इस स्थिति के कारण, जब मालती वर्मा घर लौटीं, तो उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने दुखद रूप से अपनी जान खो दी। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए अत्यंत दुखद है, बल्कि समाज में बढ़ते साइबर अपराधों की गंभीरता को भी दर्शाती है।
साइबर अपराधियों ने आजकल नई तकनीकों का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ऐसे मामलों में धोखाधड़ी करने वाले अपराधी अक्सर भावनात्मक दबाव का सहारा लेते हैं, जिससे पीड़ित व्यक्ति जल्दी निर्णय लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की संदिग्ध कॉल पर तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करना चाहिए। इस घटना ने यह भी साबित किया कि जागरूकता और सावधानी ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है।
शिक्षिका की मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि कोई और इस तरह की स्थिति का सामना न करे।
सरकार और पुलिस विभाग को भी चाहिए कि वे इस तरह के अपराधों के प्रति कठोर कदम उठाएं और लोगों को इसके बारे में शिक्षित करें। डिजिटल दुनिया में सुरक्षा सुनिश्चित करना हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती जा रही है।
आशा है कि इस घटना के बाद लोग अधिक सतर्क रहेंगे और साइबर ठगों के जाल में नहीं फंसेंगे।