AIN NEWS 1 लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि यह घटना वोट की लूट को छिपाने के लिए गढ़ी गई। पुलिस ने गोली चलाई और सपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया।
अखिलेश ने सोमवार को लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस घटना से सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मीरपुर और कुंदरकी में झूठे मुकदमे दर्ज कर सपा नेताओं को परेशान किया गया।
सपा डेलिगेशन की रिपोर्ट पेश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सपा डेलिगेशन की रिपोर्ट मीडिया के सामने रखी। यह डेलिगेशन 30 दिसंबर को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में गया था। डेलिगेशन ने 24 नवंबर को हिंसा में मारे गए चार लोगों के परिवारों से मुलाकात की और 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी।
माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “सरकार ने जानबूझकर तनाव पैदा किया। मस्जिद के सर्वे के बहाने साम्प्रदायिक तनाव भड़काने का काम किया गया।”
अखिलेश के 10 मुख्य बयान
1. “साधु-संत अपने साथी को कुंभ ले जाएं”
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा, “कुंभ में बड़ी संख्या में साधु-संत आए हैं। मैं उनसे प्रार्थना करता हूं कि वे जब यहां से जाएं, तो किसी ऐसे साथी को भी ले जाएं जो गलत कामों में लगा हो। इससे दोनों पक्षों को राहत मिलेगी।”
2. “भाजपा दरारवादी पार्टी है”
उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “यह एक हृदयहीन और दरारवादी पार्टी है। इनके लिए जीवन का कोई मोल नहीं। इस सरकार में न्याय और जनता की सुनवाई असंभव है।”
3. “मीडिया सच्चाई सामने लाए”
अखिलेश ने अपील की कि मिल्कीपुर के आगामी चुनाव में देश-विदेश के पत्रकार आएं और निष्पक्षता का आकलन करें। “यूपी में फेयर इलेक्शन का दावा सिर्फ दिखावा है। मीडिया की मौजूदगी से सच्चाई सामने आएगी।”
4. “इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं हुआ”
उन्होंने सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरते हुए कहा, “PDA के तहत भ्रष्टाचार चरम पर है। दिल्ली से लखनऊ तक सत्ताधारी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। यह सरकार जनता के बजाय साजिशों में लगी है।”
5. “हर विभाग में रिश्वत का रेट तय”
अखिलेश ने कहा, “हर विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग के रेट फिक्स हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में दवा और इलाज तक में भ्रष्टाचार है। यह सरकार पूरी तरह असफल साबित हुई है।”
6. “संभल में वर्शिप एक्ट का उल्लंघन”
अखिलेश ने कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट के तहत मस्जिद का सर्वे नहीं किया जा सकता, लेकिन सरकार ने जानबूझकर कानून तोड़ा। “हमने दूसरी बार वहां जाकर सच्चाई सामने लाने की कोशिश की।”
7. “अपराधियों को पुलिस का संरक्षण”
अखिलेश ने कहा, “गाजीपुर में एक किन्नर की हत्या और बरेली में लेखपाल की गुमशुदगी जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। आरोपी थानों में हथियार लेकर घुस रहे हैं। सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है।”
8. “एक्सप्रेस-वे क्या होता है, सीएम जानते ही नहीं”
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश ने कहा, “भाजपा ने हमारे बनाए प्रोजेक्ट को बदनाम किया। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का बजट 6000 करोड़ से बढ़कर 7000 करोड़ हो गया। यह गोरखधंधा नहीं तो और क्या है?”
9. “सरकार जनता की परेशानी से बेखबर”
उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा, “सरकार केवल अपने फायदे के लिए काम कर रही है। गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है, लेकिन उनकी आय बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया।”
10. “विधायक भी सरकार पर सवाल उठा रहे”
मुरादाबाद में एक व्यक्ति की हत्या का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा, “जब विधायक खुद गायों के कटने और भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं, तो मुख्यमंत्री क्या कर रहे हैं? या तो विधायक झूठ बोल रहे हैं।”
संभल हिंसा: सरकार पर उठे सवाल
संभल हिंसा में चार लोगों की मौत ने सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अखिलेश ने कहा कि सपा इस मुद्दे को लेकर जनता के साथ खड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पुलिस के जरिए हिंसा कराई और इसे सांप्रदायिक रंग दिया।
अखिलेश की मांग
अखिलेश ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर वर्तमान सरकार यह नहीं करती, तो सपा सरकार आने पर निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। उन्होंने जनता से सतर्क रहने और सरकार के भ्रष्टाचार और अन्याय का विरोध करने की अपील की।
अखिलेश यादव ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने कहा कि सपा जनता के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगी और भविष्य में इन मुद्दों पर सख्त कदम उठाएगी।