AIN NEWS 1 | दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह ने झुग्गी बस्ती प्रधान सम्मेलन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि 5 फरवरी को दिल्ली के लोग ‘आप-दा’ से मुक्ति का दिन मनाएंगे। शाह ने झुग्गीवासियों को आश्वासन दिया कि बीजेपी दिल्ली को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से मुक्त करेगी।
अहम बातें अमित शाह के भाषण की
1. केजरीवाल ने सत्ता में आकर भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़े
- शाह ने आरोप लगाया कि केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन के सहारे सत्ता में आए, लेकिन सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार उनकी सरकार में हुआ।
- “दिल्ली सरकार 10 साल से डिजास्टर बनी हुई है। पूरा देश प्रगति कर रहा है, लेकिन दिल्ली वहीं अटकी हुई है।”
2. झुग्गीवासियों को पक्के मकान देने की गारंटी
- प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी देते हुए शाह ने कहा, “हर झुग्गीवाले को पक्का मकान दिया जाएगा। हमने 3.5 करोड़ गरीबों को घर दिए, लेकिन केजरीवाल ने झुग्गीवासियों के लिए कुछ नहीं किया।”
- “दिल्ली के गरीबों के घर से पैसा निकालकर अपने लिए शीशमहल बनवाया।”
3. बीजेपी का वादा: सभी समस्याओं का समाधान
- शाह ने कहा कि बीजेपी ने झुग्गीवासियों की सभी जरूरतों की सूची तैयार कर ली है, और इन्हें घोषणापत्र में शामिल किया जाएगा।
- “जैसे ही बीजेपी सत्ता में आएगी, झुग्गीवासियों की सभी समस्याएं दूर की जाएंगी।”
4. केजरीवाल पर तंज: काम नहीं होता तो सत्ता छोड़ें
- शाह ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, “10 साल में आपने कुछ नहीं किया। अगर काम नहीं होता तो सत्ता छोड़ दीजिए, लेकिन आप इस्तीफा देने वालों में से नहीं हैं।”
चुनाव की तारीखें और प्रक्रिया
- वोटिंग: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा।
- परिणाम: 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे।
- चुनाव आयोग ने 7 फरवरी को चुनाव प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की।
झुग्गीवासियों की जिम्मेदारी और आप’दा से मुक्ति
शाह ने झुग्गीवासियों को संदेश दिया कि वे ‘आप-दा’ से दिल्ली को मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका निभाएं। उन्होंने दिल्ली के झुग्गीवासियों को बीजेपी के पक्ष में वोट देने की अपील की, ताकि राजधानी को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से मुक्त किया जा सके।
अमित शाह के निशाने पर केजरीवाल
इस सम्मेलन में करीब 30,000 झुग्गी बस्ती प्रधानों ने हिस्सा लिया। अमित शाह ने उनकी समस्याएं सुनने के साथ-साथ केजरीवाल सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए।