AIN NEWS 1: बेंगलुरु में 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपनी जान दे दी। उनका सुसाइड नोट और उनके आरोपों ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अतुल, जो एक निजी कंपनी में डिप्टी जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे, ने अपनी मौत के कारणों को लेकर परिवार और पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, सास, साले और पत्नी के चाचा पर गंभीर आरोप लगाए और न्याय की मांग की।
आरोपों की जड़
अतुल सुभाष बिहार के समस्तीपुर जिले के निवासी थे। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी निकिता, सास, साले और पत्नी के चाचा ने मिलकर उनके खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज करवाई थीं। इन शिकायतों में तीन करोड़ रुपये की मांग की गई थी। अतुल ने आरोप लगाया कि जौनपुर के एक कोर्ट के जज और पेशकार भी इस मामले में भ्रष्टाचार में लिप्त थे और उनका उत्पीड़न किया।
शादी और उत्पीड़न के आरोप
अतुल की शादी 2019 में जौनपुर की निकिता सिंगनिया से हुई थी। निकिता ने 2021 में अपने और बेटे के लिए भरण पोषण की मांग की थी। निकिता के अनुसार, शादी के बाद ससुराल वालों ने 10 लाख रुपये दहेज की मांग की और उसे लगातार प्रताड़ित किया। इस दौरान निकिता के पिता का निधन हुआ, जिसके बाद अतुल ने उसे बेंगलुरु ले जाकर रखा, लेकिन उत्पीड़न नहीं रुका।
पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप
निकिता ने आरोप लगाया कि 17 मई 2021 को अतुल ने उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया और तब से वह अपने बेटे के साथ मायके में रह रही थी। इसके बाद, निकिता ने भरण पोषण के लिए अदालत में मामला दायर किया। उन्होंने अदालत से दो लाख रुपये की भरण पोषण राशि की मांग की, जबकि वे खुद एक जॉब करती थीं और 78,245 रुपये मासिक वेतन प्राप्त करती थीं।
अदालत का आदेश और अतुल की आत्महत्या
अतुल के खिलाफ भरण पोषण का मामला अदालत में चल रहा था। अदालत ने 29 जुलाई 2024 को आदेश दिया कि अतुल को अपने बेटे के लिए 40 हजार रुपये प्रति माह भरण पोषण देना होगा। इसके अलावा, दहेज उत्पीड़न के आरोपों में अतुल ने कोर्ट से जमानत भी प्राप्त की थी। इस पूरे मामले के बीच, 6 दिसंबर को अतुल ने आत्महत्या कर ली।