AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में सफलता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार पारदर्शिता और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के परिणामस्वरूप मिली। इस बार भर्ती प्रक्रिया में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए, जिससे परीक्षा पूरी तरह से निष्पक्ष और सुरक्षित रही। भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष, राजीव कृष्णा ने इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि परीक्षा केवल सरकारी या अनुदानित स्कूलों में ही कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त, परीक्षा में केवल सरकारी कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर लगाया जाएगा और आधुनिक तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। इन निर्देशों के अनुसार, पूरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया।
राजीव कृष्णा ने बताया कि इस बार की परीक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया। इन तकनीकों की मदद से डेटा एनालिसिस और संदिग्ध गतिविधियों की पहचान में काफी मदद मिली। परीक्षा के दौरान सूचना सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। पेपर की सेटिंग और प्रिंटिंग से लेकर सभी गतिविधियों की निजी तौर पर निगरानी की गई और एक सख्त SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनाई गई, जिसे 100% लागू किया गया। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर ट्रेनिंग भी दी गई, जिससे परीक्षा के दौरान कोई भी गड़बड़ी नहीं हो सकी।
पिछले 12 वर्षों में परीक्षा से संबंधित अपराधों में शामिल 1541 लोगों को चिन्हित किया गया और उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई। इससे इन लोगों को परीक्षा से दूर रहने के लिए मजबूर किया गया। AI के माध्यम से संदिग्ध परीक्षार्थियों की पहचान रियल टाइम में की गई और सभी स्तरों पर मॉनिटरिंग की गई, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित की गई।
परीक्षा कक्षों में 16,400 घड़ियां और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई थी। सीसीटीवी का लाइव फीड भर्ती बोर्ड में प्राप्त हुआ, जिससे संदिग्ध गतिविधियों की त्वरित निगरानी की जा सकी। 541 संदिग्ध परीक्षार्थियों को पकड़ा गया, जिनकी जानकारी 20 मिनट के भीतर भेजी गई।
राजीव कृष्णा ने बताया कि रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही आंसर की और फाइनल रिजल्ट प्रकाशित किए जाएंगे। इस बार की परीक्षा ने उच्च स्तर की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित की, जिससे सफलता प्राप्त की जा सकी।