AIN NEWS 1: हाल ही में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के समर्थन को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस बयान ने एक बार फिर कांग्रेस की असलियत को उजागर कर दिया है। अमित शाह ने यह भी कहा कि यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे और एजेंडे में कोई अंतर नहीं है।
कांग्रेस पर आरोप
अमित शाह ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पिछले कुछ वर्षों से विभिन्न विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं, जिससे देशवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं। उनका दावा है कि राहुल गांधी हमेशा देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहते हैं, चाहे वह भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करना हो या एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगना।
मोदी सरकार का दावा
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस और पाकिस्तान दोनों को यह समझना चाहिए कि वर्तमान में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है। उनका कहना था कि इस सरकार के रहते न तो आर्टिकल 370 वापस आएगा और न ही कश्मीर में आतंकवाद की स्थिति सुधरेगी। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने कश्मीर में शांति और विकास के लिए कई कदम उठाए हैं।
राजनीतिक संदर्भ
इस बयान के माध्यम से अमित शाह ने कांग्रेस को एक बार फिर से राजनीतिक रूप से चुनौती दी है। उन्होंने यह तर्क दिया कि कांग्रेस अपने पुराने रुख को नहीं छोड़ रही है, जिससे देश की सुरक्षा और एकता पर खतरा बढ़ता है। उनका मानना है कि कांग्रेस का पाकिस्तान के साथ संबंध उसे राजनीतिक रूप से कमजोर कर रहा है।
निष्कर्ष
अमित शाह का यह ट्वीट न केवल कांग्रेस पर एक हमला है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दों पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की आवश्यकता को उजागर करता है। केंद्र सरकार का स्पष्ट संदेश है कि देश की सुरक्षा और एकता के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
इस प्रकार, अमित शाह ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि मोदी सरकार का संकल्प कश्मीर में शांति और विकास लाने का है, और इसमें कांग्रेस का कोई स्थान नहीं है।