स्वतंत्रता दिवस समारोह में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाने के मुद्दे पर कांग्रेस ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाकर अपनी कुंठा का प्रदर्शन किया है, लेकिन इससे एक जननायक को कोई फर्क नहीं पड़ता।
कांग्रेस का विरोध:
सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि विपक्ष के नेता की रैंक कैबिनेट मंत्री के बराबर होती है, लेकिन इस समारोह में राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी पांचवीं पंक्ति में बैठाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति कोई सम्मान नहीं है। सुप्रिया ने रक्षा मंत्रालय के उस बयान की भी आलोचना की जिसमें कहा गया था कि खिलाड़ियों को सम्मान देने के लिए ऐसा किया गया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो फिर सरकार के बाकी मंत्रियों ने क्यों नहीं खिलाड़ियों को सम्मान देने की सोची।
राहुल गांधी के सवाल:
कांग्रेस ने दावा किया कि राहुल गांधी के सवालों और उनकी निर्भीकता से सरकार असहज महसूस करती है। राहुल गांधी ने हमेशा सरकार की विफलताओं और भ्रष्टाचार को सामने रखा है, और यही कारण है कि सरकार उनसे आंखें चुराने का प्रयास करती है। सुप्रिया ने कहा कि राहुल गांधी पांचवीं या पचासवीं पंक्ति में बैठें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, वे जनता के मुद्दे उठाते रहेंगे।
डीके शिवकुमार का हमला:
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने भी भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि आज देशभक्ति का पाठ पढ़ाने वाले वही लोग हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों से हाथ मिलाया था। शिवकुमार ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन को दबाने के लिए अंग्रेजों को पत्र लिखा था, और अब उनके अनुयायी कांग्रेस के योगदान पर सवाल उठा रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस के स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए बलिदानों पर जोर दिया और कहा कि आज की कांग्रेस को अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह वही पार्टी है जो राष्ट्रीय संपत्ति को बेचने का काम कर रही है।