AIN NEWS 1: हाल ही में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब में रेलवे ट्रैक पर संभावित आतंकी साजिशों का खुलासा हुआ है। ये घटनाएँ रेलवे सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं। आइए, इन घटनाओं का संक्षिप्त में विश्लेषण करें।
1. मध्य प्रदेश में साजिश की कोशिश
18 सितंबर 2023 को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में सेना की एक ट्रेन, जो खंडवा से तिरुवनंतपुरम जा रही थी, को डिरेल करने की साजिश की गई। रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर बिछाए गए थे। हालांकि, ट्रेन के पहुंचने से पहले ही कुछ डेटोनेटर फट गए, जिससे रेलवे अधिकारियों को अलर्ट किया गया और ट्रेन को सागफाटा में रोक दिया गया। इस घटना में आर्मी के अफसर और भारी मात्रा में असलहा मौजूद था, जिससे साजिश की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
2. कानपुर में सिलेंडर की घटना
कानपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने ट्रैक पर एक खाली सिलेंडर देखा। उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को 10 फीट पहले ही रोक लिया। यह घटना 38 दिनों में ट्रेन को डिरेल करने की पांचवी साजिश थी। इससे पहले 8 सितंबर को भी कानपुर में एक भरा सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की कोशिश की गई थी।
3. पंजाब में सरियों का बंडल
पंजाब के बठिंडा में, रेलवे ट्रैक पर सरियों का एक बंडल रख दिया गया था। मालगाड़ी के लोको पायलट ने समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। यह घटना इस बात का संकेत है कि सुरक्षा मानकों में गंभीर चूक हो रही है।
4. बिहार में डिरेलमेंट की घटना
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ट्रेन के इंजन के छह पहिए बेपटरी हो गए। यह घटना तब हुई जब बिना सिग्नल के ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। प्रारंभिक जांच में लोको पायलट और पॉइंट मैन की लापरवाही उजागर हुई है।
5. रेलवे एक्ट में संभावित बदलाव
इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार रेलवे एक्ट में बदलाव करने की योजना बना रही है। मौजूदा प्रावधानों के अनुसार, रेल हादसे की साजिश सिद्ध होने पर अधिकतम 10 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। नए प्रावधानों में इसे देशद्रोह की श्रेणी में रखा जा सकता है, जिससे गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें उम्रकैद से लेकर मृत्यु दंड तक का प्रावधान हो सकता है।
6. सुरक्षा उपाय और भविष्य की योजनाएं
रेलवे बोर्ड ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है। रेलवे ट्रैक पर पुलिस और गैंगमैन का निरीक्षण बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, रेलवे ट्रेनों में रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए कैमरे लगाने की योजना बनाई जा रही है। यह उपाय पटरी पर अवरोध होने की स्थिति में लोको पायलट को पहले ही चेतावनी देंगे, जिससे संभावित हादसों को रोका जा सके।
निष्कर्ष
इन घटनाओं ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को एक बार फिर सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता है, ताकि यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें। सरकार की नई योजनाएँ और रेलवे एक्ट में संभावित बदलाव इन सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक हैं। समय रहते उचित कदम उठाए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी साजिशें सफल न हो सकें।