चुनाव आयोग ने केजरीवाल से क्या पूछा?
- हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी में कौन सा जहर मिलाया?
- ऐसे सबूत पेश करें जो यह साबित करें कि किस तरह का जहर और कितनी मात्रा में मिलाया गया?
- क्या इसका सेवन करने से लोगों की सामूहिक हत्या हो सकती थी?
- वह कौन सा स्थान है जहां पानी में जहर पाया गया?
- दिल्ली जल बोर्ड के किस इंजीनियर ने कब और कहां इसकी शिकायत दर्ज की?
- अगर जहरीला पानी आ रहा था, तो उसे दिल्ली में आने से रोकने के लिए कौन सी तकनीक का इस्तेमाल किया गया?
पूरा मामला क्या है?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में दावा किया था कि हरियाणा सरकार दिल्ली को जहर मिला हुआ पानी भेज रही है, ताकि AAP सरकार को बदनाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता से यह साजिश विफल हुई।
चुनाव आयोग ने केजरीवाल के इन आरोपों पर जवाब मांगा था, जिसके बाद केजरीवाल ने 14 पन्नों का जवाब भेजा। इसमें उन्होंने कहा कि हरियाणा से आने वाला पानी बेहद प्रदूषित है, अमोनिया का स्तर बढ़ गया है, जिससे प्यूरिफिकेशन प्लांट्स पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे।
राजनीतिक विवाद गहराया
चुनाव आयोग के सवालों से AAP बनाम BJP की लड़ाई और तेज हो गई है। दिल्ली चुनाव से ठीक पहले यह मुद्दा राजनीतिक तूल पकड़ सकता है। अब देखना होगा कि केजरीवाल इस बार कैसे जवाब देते हैं और चुनाव आयोग क्या कार्रवाई करता है।
The Election Commission of India (ECI) has again asked Delhi CM Arvind Kejriwal to provide concrete evidence regarding his claim that Haryana is sending poisoned Yamuna water to Delhi. The EC has listed six crucial questions, demanding proof about what kind of poison was mixed, in what quantity, and its potential health impact. Kejriwal has been given a deadline of 31st January, 11 AM, to submit a fact-based response. This controversy has sparked a political showdown between AAP and BJP, just ahead of the Delhi Assembly elections.