AIN NEWS 1 | लोकसभा चुनाव के दौरान सुर्खियां बटोरने वाले यूट्यूबर ध्रुव राठी इस समय कोलकाता के रेप और मर्डर केस के मामले में विवादों में घिरे हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए पीड़िता की पहचान उजागर कर दी, जिसके बाद उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। ध्रुव राठी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन लोगों का गुस्सा अब भी शांत नहीं हुआ है।
ध्रुव राठी ने अपने पोस्ट में कहा था कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के लिए कामकाज की अमानवीय स्थितियां हैं और उनकी सुरक्षा का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की और उम्मीद जताई कि सीबीआई तेजी से न्याय दिलाएगी। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले को “निर्भया 2” के रूप में संबोधित किया, जिसे लेकर उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी। लोगों ने इसे असंवेदनशील बताया, जिसके बाद ध्रुव राठी ने अपनी गलती मानी और पोस्ट हटा दिया।
हालांकि, विवाद तब और बढ़ गया जब ध्रुव राठी ने अपने नए पोस्ट में पीड़िता का नाम हैशटैग के साथ लिखा। इससे लोग और भड़क गए और सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो गई। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, रेप पीड़िता की पहचान उजागर नहीं की जानी चाहिए, चाहे उसकी मौत हो गई हो। वकील प्रशांत उमराव ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा करना कानून के खिलाफ है।
कोलकाता कांड में आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पीड़िता के माता-पिता ने गैंगरेप की आशंका जताई है। इस मामले में न्याय की मांग करते हुए लोग अब भी ध्रुव राठी की आलोचना कर रहे हैं।