छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर शुक्रवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 30 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बलों ने AK-47, एसएलआर, और अन्य ऑटोमैटिक हथियार भी कब्जे में लिए हैं।
मुठभेड़ का स्थान और ऑपरेशन की शुरुआत
मुठभेड़ नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र में स्थित नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच के जंगलों में हुई। एक दिन पहले ही सुरक्षा बलों को एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत इलाके में भेजा गया था। शुक्रवार को सुबह से जंगल में दो घंटे तक रुक-रुककर फायरिंग होती रही। जब फायरिंग बंद हुई, तब सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया और शाम तक 14 शव बरामद किए।
सुकमा जिले से नक्सली सामग्री बरामद
सुकमा जिले में एक दिन पहले हुई मुठभेड़ के बाद भी सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में नक्सलियों की सामग्री बरामद की थी। यह मुठभेड़ 24 सितंबर को हुई मुठभेड़ के बाद की दूसरी घटना है। सुकमा में हुई पिछली मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया गया था, हालांकि उनके साथी उनके शवों को अपने साथ ले गए थे।
हाल के अभियानों में बड़ी सफलता
29 अगस्त को नारायणपुर और कांकेर के बॉर्डर पर भी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था। वे उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी और PLGA कंपनी नंबर 05 की सदस्य थीं।
2024 में अब तक 160 से ज्यादा नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी के अनुसार, मानसून के दौरान 212 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 201 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।