AIN NEWS 1 गाजियाबाद: एनएच-9 पर स्थित वेव सिटी के मुख्य गेट के बाहर किसानों ने धरना शुरू कर दिया है। यह प्रदर्शन भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बिल्डर के खिलाफ अपनी मांगों को उजागर करना है।
प्रदर्शन की पृष्ठभूमि
किसानों ने 12 सितंबर को इकला गांव में एक बैठक आयोजित की थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि 18 सितंबर को वेव सिटी के मुख्य द्वार और बिल्डर कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो धरना जारी रहेगा।
धरने का कारण
किसान बिल्डर और जिला प्रशासन पर वादा तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं। 21 अगस्त को उन्होंने पहले भी विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद जिला प्रशासन और जीडीए अधिकारियों ने 12 सितंबर को किसानों के साथ एक बैठक करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, किसानों को इस बैठक की कोई जानकारी नहीं दी गई।
धरने का असर
धरने के चलते एनएच-9 पर यातायात प्रभावित हुआ, जिससे पुलिस प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गईं। खासकर, जब शहर में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम चल रहा था। मौके पर पहुंचे वेव सिटी थाना प्रभारी ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, ताकि यातायात को सामान्य किया जा सके।
किसानों का समर्थन जुटाना
किसानों ने गांव-गांव जाकर समर्थन जुटाने का काम किया है। भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष लोकेश नागर ने कहा कि जिला प्रशासन ने किसानों के साथ जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। इस पर संगठन ने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई।
आगे की रणनीति
किसान संगठनों का कहना है कि वे अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे और अगर प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करता है, तो वे और अधिक कठोर कदम उठाने पर मजबूर होंगे।
इस तरह, गाजियाबाद के किसान एकजुट होकर अपनी आवाज उठा रहे हैं, और उनके इस संघर्ष का उद्देश्य न केवल अपने अधिकारों की रक्षा करना है, बल्कि भविष्य में अन्य किसानों को भी अपने हक के लिए लड़ने का संदेश देना है।
निष्कर्ष
किसानों का यह आंदोलन स्थानीय प्रशासन की वादाखिलाफी के खिलाफ है, और उनका संघर्ष उन्हें एकजुटता के साथ खड़ा कर रहा है। आगामी दिनों में अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।