AIN NEWS 1: लखनऊ में खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने हाल ही में कई दुकानों पर छापेमारी की और खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच की। इस छापेमारी के दौरान चायपत्तियों में लोहे के चूरे, चटनी में रंग, रेडीमेड सॉस की खराब गुणवत्ता, और दूध में अशुद्धता जैसी समस्याएं सामने आईं।
मुख्य बिंदु:
1. चायपत्तियों में मिलावट: एक टी स्टॉल से चाय की पत्तियों में लोहे का चूरा पाया गया।
2. फास्ट फूड सेंटर में रंग की मिलावट: एक फास्ट फूड सेंटर पर चटनी में रंग का इस्तेमाल किया जा रहा था।
3. सॉस और मिठाई में गुणवत्ता की कमी: रेडीमेड सॉस खराब पाई गई, और एक मिठाई की दुकान पर बूंदी के लड्डू में अशुद्ध रंग मिलाए गए थे।
4. दूध और अन्य वस्तुओं की जांच: बाजार में मिलने वाला दूध विशुद्ध पाया गया। हालांकि, एक जनरल स्टोर के हल्दी, बेसन, धनिया, लाल मिर्च और गरम मसाले की गुणवत्ता खराब थी। एक पूड़ी भंडार की दही, चटनी और सब्जी मानक के विपरीत पाई गईं, और बेकरी के केक और जूस की गुणवत्ता भी खराब मिली।
5. नमूनों की जांच: एफएसडीए की टीम ने एक सप्ताह के भीतर 125 से ज्यादा नमूने एकत्र किए, जिनमें से लगभग 30 नमूने फेल साबित हुए। कुल 43 नमूने जांचे गए, जिनमें से 5 नमूने रंग और लौह कण की उपस्थिति के कारण अशुद्ध पाए गए। 38 नमूने मानक के अनुरूप पाए गए।
जागरूकता अभियान: एफएसडीए ने कैंट स्थित सेंट मार्क स्कूल में 350 छात्रों को खाद्य सुरक्षा और मिलावट के प्रति जागरूक किया।
एफएसडीए की टीम ने अशुद्ध सामान को जप्त कर दुकानदारों को चेतावनी दी और उन्हें खाद्य सुरक्षा के मानकों के प्रति जागरूक किया।