AIN NEWS 1अयोध्या (उत्तर प्रदेश)। सोमवार, 22 जनवरी 2024 का दिन अवधी धाम अयोध्या के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पावन उपस्थिति में राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र अनुष्ठान सम्पन्न हुआ। 84 सेकंड के पावन मुहूर्त में सम्पन्न हुई इस पवित्र क्रिया ने समूचे विश्व के मानचित्र पर अयोध्या का नाम अविस्मरणीय बना दिया है।
विशिष्ट अतिथियों का जमावड़ा:
इस ऐतिहासिक समारोह में फिल्मी हस्तियों, राजनीतिक दिग्गजों, उद्योगपतियों, खेल जगत के सितारों और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों समेत लगभग 8000 विशिष्ट अतिथि सम्मिलित हुए। सभी की आंखों में भक्तिभाव झलक रहा था और हृदय आनंद से प्रफुल्लित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं किया अनुष्ठान:
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस अनुष्ठान को सम्पन्न कराया। उन्होंने भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियों को गर्भगृह में विधिवत स्थापित किया। इसके पश्चात उन्होंने हवन, पूजन और आरती की। मंत्रोच्चार और घंटियों के नाद से पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो उठा। भक्तों के जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो गया था।
कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुआ समारोह:
प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए अयोध्या में व्यापक सुरक्षा arrangements किए गए थे। लगभग 20 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। मंदिर परिसर के आसपास हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया।
देशभर में उल्लास का सागर:
अयोध्या में सम्पन्न हुए इस पावन समारोह का उल्लास पूरे देश में छाया रहा। लोगों ने जुलूस निकाले, प्रसाद वितरित किया और भजन-कीर्तन का आयोजन किया। राम मंदिर के दर्शन की लालसा हर किसी के चेहरे पर दिखाई दे रही थी।
प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया आभार:
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समापन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने इस ऐतिहासिक पल के लिए देशवासियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह दिन हिंदू धर्म के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा, “राम मंदिर के निर्माण से देश में एकता और सौहार्द का संदेश गया है।”
राम मंदिर निर्माण: अंतिम चरण के निकट:
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में पहुंच गया है। आने वाले कुछ महीनों में मंदिर का निर्माण पूर्ण होने की उम्मीद है।
प्राण प्रतिष्ठा का धार्मिक महत्व:
हिंदू धर्म में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अनुष्ठान के माध्यम से मूर्तियों में प्राण स्थापित किए जाते हैं। मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठित होने के बाद ही उन्हें देवता का स्वरूप प्राप्त होता है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा न केवल राम मंदिर के निर्माण को पूर्णता प्रदान करती है, बल्कि हिंदू धर्म की आस्था और परंपरा का भी प्रतीक है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक ऐसा ऐतिहासिक क्षण है, जिसे आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। यह न केवल अयोध्या बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरव का विषय है। इस महान अवसर पर हम सभी