AIN NEWS 1 फिरोजपुर, पंजाब: भारत- पाकिस्तान सीमा पर स्थित हुसैनीवाला बॉर्डर से दिल्ली तक NCC (राष्ट्रीय कैडेट कोर) के कैडेट्स और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने एक विशेष साइकिल रैली की शुरुआत की। इस रैली का उद्देश्य भारतीय सेना और सुरक्षा बलों के शहीदों की बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करना था। यह आयोजन शहीदों के योगदान और उनके त्याग को याद करने के लिए किया गया।
रैली की शुरुआत हुसैनीवाला सीमा से हुई, जो भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण स्थल है, क्योंकि यहाँ पर भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। ये तीनों स्वतंत्रता सेनानी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक हैं और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
इस आयोजन के दौरान NCC के कैडेट्स और BSF के जवानों ने मिलकर शहीदों के बलिदान को याद किया और उनके अदम्य साहस और वीरता को सलाम किया। रैली में भाग लेने वाले कैडेट्स और जवानों ने अपनी साइकिलों पर हुसैनीवाला से दिल्ली तक यात्रा की, जहाँ विभिन्न स्थानों पर उन्हें सम्मानित किया गया। इस रैली के दौरान भारतीयता और शौर्य के प्रतीक इन वीरों की बहादुरी का संदेश जन-जन तक पहुँचाने की कोशिश की गई।
कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना था, बल्कि यह युवा पीढ़ी में देशभक्ति और साहस की भावना को भी जागरूक करना था। NCC और BSF के जवानों ने इस रैली के माध्यम से यह संदेश दिया कि शहीदों का बलिदान कभी नहीं भूला जा सकता और उनका संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इस पहल को लेकर स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने भी पूरे देश को यह संदेश दिया कि वे शहीदों की विरासत को संजोने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। रैली का समापन दिल्ली में हुआ, जहाँ पर शहीदों की याद में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
इस रैली के दौरान स्थानीय नागरिकों और युवाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। युवा पीढ़ी को इस रैली के माध्यम से यह सिखाया गया कि राष्ट्र की सुरक्षा में शहीद हुए वीरों का कर्तव्य और बलिदान हम सभी पर भारी है।