AIN NEWS 1 | बरेली में पीलीभीत से आए इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार को आंवला का प्रभार मिलने के मात्र आठ घंटे बाद ही निलंबित कर दिया गया। एसएसपी अनुराग आर्य ने यह कदम जानकारी छिपाने के कारण उठाया।
प्रमुख कारण:
- जानकारी छिपाना:
- प्रवीण कुमार ने भर्ती बोर्ड से अपने रिकॉर्ड की जानकारी छिपाई।
- पीलीभीत में उनकी तैनाती के दौरान हुए बवाल की जानकारी छिपाई।
- कार्यशैली पर सवाल:
- जनसमस्याओं में लापरवाही।
- जमीन विवादों में प्रभावी नियंत्रण की कमी।
- जनप्रतिनिधियों के फोन को नजरअंदाज करना।
एसएसपी की कार्रवाई:
- आंवला के नए इंस्पेक्टर की नियुक्ति:
- प्रवीण कुमार के स्थान पर सिद्धार्थ सिंह तोमर को आंवला का नया इंस्पेक्टर बनाया गया।
- अन्य तैनाती:
- भोजीपुरा इंस्पेक्टर जगत सिंह को हाफिजगंज का इंस्पेक्टर बनाया गया।
- साइबर सेल के एसआई रामरतन सिंह को भोजीपुरा थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।
विशेष घटनाएं:
- प्रवीण कुमार की नियुक्ति और निलंबन:
- दोपहर में प्रभार ग्रहण किया, शाम चार बजे कार्यभार संभाला।
- बधाई संदेश मिलने लगे, लेकिन विभागीय कर्मियों ने कच्चा चिट्ठा कप्तान तक पहुंचाया।
- आंवला थाना प्रभारी वीरेश कुमार का निलंबन:
- जनसमस्याओं में शिथिलता, जमीन विवादों में नियंत्रण की कमी, जनप्रतिनिधियों के फोन को नजरअंदाज करना।
- हाफिजगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह का निलंबन:
- जन सुनवाई डेस्क और अधिकारियों के आदेश का पालन न करना।
- विवाद के मामलों में एनसीआर और एफआईआर दर्ज न कराना।
- मजरूबी चिट्ठी देकर मेडिकल परीक्षण के लिए भेजना।
निष्कर्ष: एसएसपी अनुराग आर्य ने बेहतर काम और पूर्व रिकॉर्ड के आधार पर थानेदारों की तैनाती करते हुए, सुस्त और लापरवाह थानेदारों पर सख्त कार्रवाई की है। जानकारी छिपाने और कार्यशैली में लापरवाही बरतने पर त्वरित निलंबन की कार्रवाई की गई।