AIN NEWS 1: आज हिंदी दिवस है, और इस अवसर पर हिंदी भाषा से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य आपके सामने प्रस्तुत हैं:
1. हिंदी शब्द की उत्पत्ति: हिंदी शब्द फारसी शब्द ‘हिन्द’ से लिया गया है। ‘हिन्द’ का अर्थ ‘सिंधु नदी की भूमि’ से है।
2. हिंदी दिवस का महत्व: 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाने का कारण यह है कि 1949 में आज के दिन भारतीय संविधान ने हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया था।
3. हिंदी का विश्वस्तर पर स्थान: भारत में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा हिंदी है, और विश्व में मंदारिन, स्पेनिश और अंग्रेजी के बाद हिंदी चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
4. हिंदी की वैश्विक उपस्थिति: हिंदी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि फिजी, सुरिनाम, मॉरीशस, गुयाना, नेपाल, त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में भी बोली और समझी जाती है।
5. विश्वविद्यालयों में हिंदी की शिक्षा: अमेरिका के 45 और दुनिया भर के लगभग 175 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है।
6. हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा: हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा देने वाला पहला भारतीय राज्य बिहार था। 1881 में बिहार ने उर्दू को हटाकर हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा घोषित किया था।
7. अंग्रेजी शब्दों का हिंदी से संबंध: अंग्रेजी भाषा में सैकड़ों शब्द हिंदी से लिए गए हैं, जैसे ‘जंगल’, ‘महात्मा’, ‘चीता’, और ‘अवतार’।
8. हिंदी भाषा के इतिहास पर पहला लेखन: हिंदी भाषा के इतिहास पर आधारित रचना करने वाले पहले भारतीय नहीं, बल्कि फ्रांस के लेखक ग्रासिन द तैसी थे।
9. संयुक्त राष्ट्र में हिंदी का उद्घाटन: 1977 में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को हिंदी में पहली बार संबोधित किया गया था। तत्कालीन विदेश मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी में भाषण देकर देश का मान बढ़ाया था।
10. हिंदी में वेबसाइट एड्रेस: जैसे अंग्रेजी में वेबसाइट एड्रेस होते हैं, वैसे ही हिंदी में भी वेबसाइट एड्रेस बनाए जा सकते हैं।
11. हिंदी में सबसे अधिक बोला जाने वाला शब्द: जहां अंग्रेजी में सबसे अधिक बोला जाने वाला शब्द “हेलो” है, वहीं हिंदी में सबसे अधिक बोला जाने वाला शब्द “नमस्ते” है।
12. हिंदी की पहली प्रकाशित पुस्तक: 1805 में प्रकाशित ‘प्रेम सागर’ को हिंदी की पहली प्रकाशित पुस्तक माना जाता है। इसे लल्लू लाल जी ने लिखा था।
13. हिंदी सीखने की सरलता: हिंदी भाषा को सीखना आसान माना जाता है क्योंकि इसमें शब्दों का उच्चारण ठीक वैसा ही होता है जैसा कि लिखा जाता है।
इन तथ्यों को जानकर हमें अपनी भाषा पर गर्व होता है और हमें इसे संरक्षित
और समृद्ध करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।