AIN NEWS 1: रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के मामले में गिरफ्तार जन सेवा केंद्र (सीएससी) संचालक जीशान की संपत्ति की जांच की जा रही है। जीशान ने बहुत ही कम समय में करोड़ों की संपत्ति बना ली है। उसने सलोन और लखनऊ में कई प्रॉपर्टी खरीदी हैं, जिसमें पांच मकान सलोन में, एक फ्लैट लखनऊ में और कई अन्य संपत्तियां शामिल हैं। जीशान के पास रायबरेली में भी दो करोड़ों रुपये की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, जीशान ने सलोन बाजार में जन सेवा केंद्र खोलने के बाद तेजी से संपत्ति जुटाई। वह अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस और यूपी एटीएस जीशान की संपत्ति का ब्योरा जुटाने में लगी हैं।
फर्जी प्रमाणपत्रों के मामले में जेल भेजे गए ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) विजय यादव की भी संपत्ति की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विजय यादव ने अपने पैतृक गांव में एक करोड़ रुपये की कीमत का मकान और एक चार पहिया गाड़ी खरीदी है।
सलोन विधायक अशोक कुमार ने जीशान की संपत्ति की पूरी जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि जीशान ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है।
साथ ही, जीशान के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं बाहरी लोगों ने उसके खातों में पैसा तो नहीं डाला है।
अपर पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही यह तय हो पाएगा कि आरोपियों ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के माध्यम से कितनी संपत्ति बनाई है।