AIN NEWS 1 | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का संकल्प पत्र जारी किया। शाह दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे, जहां उन्होंने पहले पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और फिर भाजपा का चुनावी घोषणापत्र प्रस्तुत किया।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
घोषणापत्र जारी करने के दौरान अमित शाह ने कहा कि आजादी के समय से ही जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा इस भूभाग को भारत के साथ जोड़े रखने के प्रयास किए हैं।
आतंकवाद और अलगाववाद पर अमित शाह का बयान
शाह ने 2014 तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद की छाया का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कई दशकों तक यहां की सरकारों ने तुष्टिकरण की नीति अपनाई, जिससे अलगाववाद और आतंकवाद को बढ़ावा मिला। लेकिन 2014 से 2024 तक का समय जम्मू-कश्मीर के लिए “स्वर्णिम काल” रहा है।
अनुच्छेद 370 और 35A अब अतीत
अमित शाह ने अनुच्छेद 370 और 35A को खत्म करने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि ये अब अतीत बन चुके हैं और कभी वापस नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि 370 ही वह कारण था जिसने कश्मीर के युवाओं को पत्थरबाजी और हथियार उठाने के लिए उकसाया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में यहां शांति और विकास का माहौल बना है।
जम्मू-कश्मीर में विकास कार्य
शाह ने कहा कि पिछले दशक में जम्मू-कश्मीर में विकास के कई बड़े काम हुए हैं। धारा 370 को हटाने के बाद, क्षेत्र में विकास की प्रक्रिया तेज हुई है और इसका लाभ पूरे देश और विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को मिला है।
भाजपा ने बहाल किया पंचायती राज
अमित शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि पहले जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र केवल तीन परिवारों तक सीमित था और पंचायत चुनाव नहीं होते थे। लेकिन भाजपा सरकार ने ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत और नगरपालिका के चुनाव कराकर पंचायती राज को पुनः स्थापित किया। इससे क्षेत्र में लोकतंत्र को मजबूती मिली है।
अमित शाह का दौरा भाजपा के चुनावी अभियान को और मजबूती देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें विकास और शांति को मुख्य एजेंडा बनाया गया है।