AIN NEWS 1 मुंबई: भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन द्वारा आयोजित “नमो भारत – हिम्मत से चलो, सेवा से चलो और विरासत से चलो” कार्यक्रम में अभिनेता कार्तिक आर्यन ने अपनी भावनाओं को साझा किया। इस कार्यक्रम का आयोजन पिछले रात किया गया, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से कैंसर और आतंकवाद के शिकार लोगों के साथ चलने के अनुभव को साझा किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए कार्तिक ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है। हम यहाँ ‘विरासत’ और ‘विकास’ का जश्न मना रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर उनके मन में गर्व का अनुभव हुआ है। उन्होंने यह भी कहा, “कैंसर और आतंकवाद के Survivors के साथ चलने से मेरे छाती का आकार 56 इंच हो गया है,” जो दर्शाता है कि उन्होंने इस अनुभव को कितनी गहराई से लिया।
कार्तिक ने यह भी उल्लेख किया कि ऐसे कार्यक्रम लोगों को एकजुट करने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एकजुटता और साहस की आवश्यकता है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह दूसरों के लिए प्रेरणा का भी स्रोत बनता है।
कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को कठिनाइयों का सामना करने और अपने समाज में सहानुभूति और समझ को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना था। कार्तिक आर्यन के साथ-साथ कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिन्होंने अपने विचार साझा किए और समाज के उत्थान के लिए प्रयास करने का संकल्प लिया।
इस प्रकार के आयोजनों से न केवल विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित होता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जब हम एकजुट होकर किसी उद्देश्य के लिए काम करते हैं, तो हम कठिनाइयों को पार कर सकते हैं। कार्तिक आर्यन जैसे सितारों की भागीदारी इस प्रयास को और भी प्रभावी बनाती है, क्योंकि उनकी लोकप्रियता और पहुंच से अधिक से अधिक लोग इस संदेश को सुन पाते हैं।
इस कार्यक्रम ने न केवल हिम्मत और सेवा का जश्न मनाया, बल्कि यह भी दर्शाया कि जब हम अपनी विरासत को संजोते हैं और विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो हम समाज को बेहतर बनाने में योगदान कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, “नमो भारत” कार्यक्रम ने साहस और सेवा की भावना को उजागर किया, जिससे समाज में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। इस तरह के आयोजनों की आवश्यकता है ताकि हम सभी मिलकर एक बेहतर भविष्य की दिशा में बढ़ सकें।