AIN NEWS 1: दुनिया अभी कोरोना वायरस के प्रभाव से पूरी तरह उबर नहीं पाई है कि अब ‘किसिंग डिजीज’ ने कई देशों में चिंता का विषय बना दिया है। ब्रिटेन समेत अन्य देशों में ग्लैंडुलर बुखार, जिसे किसिंग डिजीज भी कहा जाता है, के मामले बढ़ रहे हैं। हाल ही में ब्रिटेन में एक कॉलेज स्टूडेंट को इस वायरस के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में विस्तार से।
किसिंग डिजीज क्या है?
किसिंग डिजीज, जिसे एपस्टीन-बार वायरस (EBV) के कारण होता है, एक संक्रामक बीमारी है। यह वायरस मुख्यतः संक्रमित व्यक्ति की लार के संपर्क में आने से फैलता है। इसे किस करने, खांसने, छींकने, एक ही चम्मच या गिलास से खाने-पीने, और यहां तक कि एक ही स्ट्रॉ से पीने से भी फैलाया जा सकता है।
लक्षण:
1. गले में बदलाव: सबसे पहले गले में खराश, दर्द और टॉन्सिल में सूजन महसूस होती है।
2. बुखार: तेज बुखार आना और बार-बार पसीना आना।
3. उल्टी और शरीर में दर्द: उल्टियां होना, शरीर और सिर में दर्द रहना।
4. रैशेज और भूख में कमी: शरीर पर रैशेज आना, भूख का कम होना, और लिवर में दर्द महसूस होना।
प्रभाव और सावधानियां:
किसिंग डिजीज का सबसे ज्यादा प्रभाव लिवर पर पड़ता है, जिससे लिवर फेलियर या हेपेटाइटिस हो सकता है। डॉक्टरों की सलाह है कि इस बीमारी से बचने के लिए हाइजीन का ध्यान रखें और सावधानियां बरतें।
इस बीमारी से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें और व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
नोट: इस जानकारी का आधार मीडिया रिपोर्ट्स पर है। किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।