AIN NEWS 1: कवि कुमार विश्वास ने हाल ही में मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय में आयोजित कवि सम्मेलन में बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और करीना कपूर पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सैफ-करीना के बेटे तैमूर के नाम को लेकर सवाल उठाए।
कुमार विश्वास का बयान
कुमार विश्वास ने कहा, “लोकप्रियता हमसे लोगे, पैसा हम देंगे, टिकट हम खरीदेंगे, हीरो-हीरोइन हम बनाएंगे। लेकिन तुम्हारी औलाद का नाम आक्रमणकारी के नाम पर रखोगे, ये अब नहीं चलेगा।” उन्होंने आगे कहा कि तैमूर नाम ऐसे व्यक्ति का है जिसने भारत पर आक्रमण किया और महिलाओं के साथ अत्याचार किया।
“इतने नाम हैं, कुछ भी रख लेते”
कुमार विश्वास ने कहा, “इतने नाम पड़े हैं। रिज़वान, उस्मान, यूनुस जैसे नाम रख सकते थे। लेकिन तुमने उस लफंगे का नाम चुना जिसने इस देश की मां-बहनों पर जुल्म किए।” उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “अब अगर तुम हीरो बनोगे, तो हिंदुस्तान तुम्हें खलनायक तक नहीं बनने देगा। ये नया भारत है।”
सपा नेता का जवाब
कुमार विश्वास के इस बयान पर सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने आपत्ति जताई। उन्होंने सवाल किया कि क्या कुमार विश्वास के पास इस बात का प्रमाण है कि तैमूर ने हिंदू महिलाओं के साथ अत्याचार किया था? उन्होंने कहा, “तैमूर ने मुस्लिम शासकों पर भी हमले किए थे।”
डॉ. हसन ने रानी पद्मावती के जौहर की घटना को भी अफवाह करार दिया। उन्होंने कहा, “इतिहासकार मानते हैं कि जौहर जैसी कोई घटना नहीं हुई थी। यह सिर्फ हिंदुओं को डराने के लिए फैलाया गया है।”
तैमूर नाम पर विवाद
सैफ अली खान और करीना कपूर ने 2016 में अपने बेटे का नाम तैमूर रखा था, जिसके तुरंत बाद यह नाम विवादों में आ गया। करीना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि बेटे के जन्म के कुछ घंटे बाद ही उन्हें किसी ने सुझाव दिया था कि नाम बदल लें। करीना ने कहा था कि तैमूर का अर्थ ‘लोहा’ है और उन्होंने इसे शासक के नाम से जोड़कर नहीं देखा।
सोनाक्षी सिन्हा पर भी टिप्पणी
इससे पहले मेरठ महोत्सव में कुमार विश्वास ने सोनाक्षी सिन्हा और उनके पति जहीर इकबाल पर भी इशारों-इशारों में टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, “अपने बच्चों को रामायण सुनाइए। गीता पढ़वाइए। अन्यथा ऐसा न हो कि आपके घर की श्री-लक्ष्मी को कोई और उठा ले जाए।”
कुमार विश्वास के इस बयान ने बॉलीवुड और राजनीति दोनों में नई बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं अन्य इसे नफरत फैलाने वाला बता रहे हैं।