Sunday, January 26, 2025

मिल्कीपुर उपचुनाव: सियासी गर्मी और वकीलों की अनोखी शर्त?

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मिल्कीपुर उपचुनाव: सपा-बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर, कानपुर के वकीलों की शर्त चर्चा में

Milkipur Bypoll 2025: SP-BJP Prestige Battle Heats Up, Kanpur Lawyers Bet Big

AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश की कड़ाके की सर्दी के बीच मिल्कीपुर उपचुनाव ने राजनीतिक तपिश बढ़ा दी है। इस बार सपा और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है। अयोध्या जिले की इस विधानसभा सीट पर दोनों पार्टियां अपनी-अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं।

कानपुर के वकीलों की 21 हजार की शर्त

इस चुनाव का असर कानपुर तक देखने को मिला है। यहां दो वकीलों, कृष्ण नंद झा और प्रत्युष मणि, ने अपनी-अपनी पसंदीदा पार्टी की जीत पर ₹21,000 की शर्त लगाई है। इस शर्त के लिए बाकायदा हलफनामा तैयार किया गया है। शर्त के मुताबिक, हारने वाले वकील को जीतने वाले को ₹21,000 की राशि देनी होगी। यह शर्त कानपुर कचहरी में चर्चा का विषय बन गई है।

सपा-बीजेपी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई

मिल्कीपुर उपचुनाव में सपा और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने बीजेपी को हराया था। अब बीजेपी इस हार का बदला लेने के लिए पूरी तैयारी के साथ मैदान में है।

प्रत्याशियों की रणनीति

समाजवादी पार्टी: सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी को उम्मीद है कि पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) फॉर्मूले के तहत अजीत को जीत मिलेगी।

भारतीय जनता पार्टी: बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को प्रत्याशी बनाकर दलित समुदाय को साधने की कोशिश की है। पार्टी का मकसद सपा के पीडीए फॉर्मूले को भेदना है।

कानपुर कचहरी में चुनाव चर्चा

कानपुर के वकीलों के बीच लगाई गई शर्त इस चुनाव को लेकर लोगों के बीच उत्सुकता बढ़ा रही है। कानपुर कचहरी के तमाम अधिवक्ता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कौन सा प्रत्याशी जीत दर्ज करेगा और ₹21,000 की शर्त कौन जीतेगा।

सपा और बीजेपी की रणनीति पर नजरें

बीजेपी चंद्रभान पासवान के जरिये दलित वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

सपा अपने मजबूत पीडीए फॉर्मूले के दम पर सीट को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

मिल्कीपुर उपचुनाव न केवल सपा और बीजेपी के लिए अहम है, बल्कि कानपुर के वकीलों की अनोखी शर्त ने इसे और रोचक बना दिया है। अब सबकी नजरें 2025 के इस उपचुनाव के परिणाम पर हैं।

The Milkipur Bypoll 2025 has heightened political tension between the Samajwadi Party (SP) and the Bharatiya Janata Party (BJP). Both parties are staking their prestige on this critical election, with SP fielding Ajit Prasad, son of Ayodhya MP Awadhesh Prasad, and BJP betting on Dalit leader Chandrabhan Paswan. Adding to the excitement, Kanpur lawyers have bet ₹21,000 on the election’s outcome, drawing widespread attention to this high-stakes political battle.

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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