नमस्कार,
कल की बड़ी खबर NEET-UG मामले से जुड़ी रही, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने एग्जाम का सिटी और सेंटरवाइज रिजल्ट जारी कर दिया है। एक खबर हरियाणा में आम आदमी पार्टी के चुनावी वादे की रही, जिसमें 5 गारंटियों का ऐलान किया गया है।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
खेल
- विमेंस एशिया कप:
- पहला मैच: भारत और यूएई के बीच खेला जाएगा।
- दूसरा मैच: पाकिस्तान और नेपाल के बीच होगा।
राजनीति
- नेपाल के प्रधानमंत्री का विश्वास मत:
- नेपाल के नए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली संसद में विश्वास मत हासिल करेंगे। उन्होंने 15 जुलाई को चौथे कार्यकाल की शपथ ली थी।
अब कल की बड़ी खबरें…
NEET UG का सिटी-सेन्टर वाइज रिजल्ट जारी, गड़बड़ी वाले सेंटर्स पर कोई टॉपर नहीं
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG एग्जाम का सिटी और सेंटर वाइज रिजल्ट जारी कर दिया है। इस रिजल्ट में कैंडिडेट्स की पहचान जाहिर नहीं की गई है। गुजरात के गोधरा और झारखंड के हजारीबाग के सेंटर्स से कोई भी कैंडिडेट टॉपर नहीं है। इन दोनों जगहों पर पेपर लीक की घटनाएं सामने आई थीं।
गोधरा सेंटर का हाल
गोधरा के जय जलराम स्कूल के सेंटर से सिर्फ 2 छात्रों ने 600 अंक हासिल किए हैं। इस सेंटर के चेयरमैन दीक्षित पटेल को CBI ने 30 जून को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था।
हजारीबाग सेंटर का हाल
हजारीबाग सेंटर पर भी गड़बड़ी की बात सामने आई है। इस सेंटर पर 5 मई को NEET UG का एग्जाम हुआ था।
CBI की जांच और गिरफ्तारियां
CBI ने NEET पेपर लीक केस में 3 और गिरफ्तारियां की हैं। इनमें कथित मास्टरमाइंड शशिकांत पासवान शामिल हैं, जो NIT जमशेदपुर से B.Tech ग्रेजुएट हैं। इसके अलावा 2 MBBS स्टूडेंट्स, कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों भरतपुर, राजस्थान के एक मेडिकल स्कूल से हैं और 5 मई को हजारीबाग में मौजूद थे। ये पेपर चुराने वाले पंकज कुमार के लिए सॉल्वर का काम कर रहे थे।
अब तक की गिरफ्तारियां
CBI ने पेपर लीक केस में अब तक कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
UPSC चेयरमैन का इस्तीफा, पिछले साल बने थे अध्यक्ष, 5 साल का कार्यकाल बाकी था
UPSC के चेयरमैन मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वह अब सामाजिक और धार्मिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। हालांकि, उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है। मनोज सोनी 16 मई 2023 को UPSC के चेयरमैन बने थे और उनका कार्यकाल मई 2029 तक था।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि मनोज सोनी को UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से अब तक लगातार संवैधानिक संस्थाओं की शुचिता प्रभावित हुई है।
मनोज सोनी की सफाई
मनोज सोनी ने स्पष्ट किया कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों और अन्य आरोपों से किसी भी तरह से संबंधित नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका निर्णय पूरी तरह से निजी कारणों पर आधारित है।
रियाणा में चुनाव से पहले AAP की 5 गारंटी: 24 घंटे फ्री बिजली, हर महिला को 1000 रुपए
आम आदमी पार्टी (AAP) चीफ अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा के लिए 5 गारंटियों का ऐलान किया है। इन गारंटियों में शामिल हैं:
- 24 घंटे फ्री घरेलू बिजली: हरियाणा के सभी निवासियों को 24 घंटे मुफ्त बिजली मिलेगी।
- फ्री इलाज: सभी को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- मुफ्त शिक्षा: हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
- महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए: हर महिला को प्रति माह 1000 रुपए दिए जाएंगे।
- हर युवा को रोजगार: सभी युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
पंजाब में वादे की स्थिति
हालांकि AAP ने पंजाब में भी महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए देने का ऐलान किया था, लेकिन अभी तक यह वादा पूरा नहीं हो पाया है।
हरियाणा में AAP का चुनावी इतिहास
AAP हरियाणा में पहली बार सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। सभी जगह उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी और पार्टी को पूरे राज्य में सिर्फ 59,839 वोट मिल सके थे।
इस बार पार्टी पूरे राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और चुनावी सफलता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
LG के प्रमुख सचिव बोले- केजरीवाल कम कैलोरी ले रहे, वजन घटा; AAP बोली- LG मजाक कर रहे
दिल्ली के LG वीके सक्सेना के प्रधान सचिव ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी, जिसमें अरविंद केजरीवाल पर सही डाइट नहीं लेने का आरोप लगाया है। चिट्ठी में प्रधान सचिव ने कहा, “केजरीवाल जानबूझकर कम कैलोरी ले रहे हैं। रिपोर्ट मिली है कि उन्होंने 6 जून से 13 जुलाई तक तीन बार के खाने में कम कैलोरी की डाइट ली है, जिससे उनका वजन 2 किलो कम हो गया है।”
AAP की प्रतिक्रिया
AAP नेता संजय सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये क्या मजाक कर रहे हैं LG साहब? क्या कोई आदमी खुद की शुगर कम करेगा? यह बहुत खतरनाक होता है। LG साहब को अगर बीमारी के बारे में पता नहीं है तो उन्हें ऐसा लेटर नहीं लिखना चाहिए। ईश्वर ना करें कभी आपके साथ ऐसा समय आए।”
केजरीवाल की गिरफ्तारी
केजरीवाल को शराब नीति मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप को लेकर ED ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। 12 जुलाई को उन्हें अंतरिम जमानत मिल गई थी, लेकिन वे जेल से बाहर नहीं आ पाए क्योंकि 26 जून को CBI ने उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल 25 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में हैं।
AAP और LG के बीच इस विवाद ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
दावा: भारत में कोरोना से सरकारी आंकड़ों से 8 गुना ज्यादा मौतें हुईं, 2020 में 12 लाख लोगों ने दम तोड़ा
भारत में कोरोना महामारी के पहले फेज में, यानी 2020 में हुई मौतें सरकारी आंकड़ों से 8 गुना ज्यादा थीं। यह दावा कतर के मीडिया हाउस अलजजीरा ने किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में भारत में 12 लाख मौतें हुई थीं। जबकि भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में कोरोना से करीब 1 लाख 48 हजार लोगों की मौत हुई थीं। अलजजीरा ने 10 बड़े डेमोग्राफर्स (जनसंख्या की स्टडी करने वाले) और इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के आधार पर मौतों से जुड़े नए आंकड़े जारी किए हैं।
सरकार और WHO के आंकड़ों में अंतर
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में कोरोना के पहले फेज और 2021 में डेल्टा वेव के साथ आए दूसरे फेज के बाद देश में महामारी की वजह से कुल 4.81 लाख लोगों की मौत हुई। WHO ने इन आंकड़ों को गलत बताते हुए दावा किया कि भारत में असल में 20-65 लाख लोगों की मौत हुई थी, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा थी। हालांकि, केंद्र सरकार ने WHO के दावे को खारिज कर दिया था।
नए आंकड़े और रिपोर्ट्स
अलजजीरा की रिपोर्ट ने नए आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारत में कोरोना से हुई मौतों की संख्या सरकारी आंकड़ों से काफी ज्यादा थी। 10 प्रमुख डेमोग्राफर्स और इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के आधार पर यह आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें 2020 में 12 लाख मौतों का अनुमान लगाया गया है।
निष्कर्ष
भारत में कोरोना से मौतों के आंकड़ों को लेकर सरकारी और स्वतंत्र स्रोतों के बीच बड़ा अंतर देखा जा रहा है। सरकार ने जहां 2020 में 1 लाख 48 हजार मौतों की पुष्टि की है, वहीं स्वतंत्र रिपोर्ट्स इस संख्या को 12 लाख बताती हैं। WHO ने भी अपने आंकड़ों में भारी अंतर बताया है, जिसे भारत सरकार ने खारिज कर दिया है। इस प्रकार, कोरोना महामारी के दौरान हुई मौतों की वास्तविक संख्या को लेकर विवाद जारी है।
बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ हिंसा, 115 मौतें; 978 भारतीय स्टूडेंट्स को वापस लाया गया
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण बहाली के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ 15 जुलाई से जारी हिंसा में अब तक 115 लोग मारे जा चुके हैं। हिंसा पर काबू पाने के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना को तैनात कर दिया गया है। साथ ही, हिंसा कर रहे लोगों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। बढ़ते तनाव के बीच 978 भारतीय स्टूडेंट्स को सुरक्षित वापस लाया गया है।
हिंसक आंदोलन की वजह
2018 में बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में 56% आरक्षण था। इसमें:
- स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों के लिए 30%
- पिछड़े जिलों के लिए 10%
- महिलाओं के लिए 10%
- अल्पसंख्यकों के लिए 5%
- विकलांग छात्रों के लिए 1%
इस आरक्षण के खिलाफ 2018 में छात्रों ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद सरकार ने पूरा 56% आरक्षण हटा दिया।
हालिया घटनाएं
5 जून 2024 को हाई कोर्ट ने सरकार को पहले की तरह ही आरक्षण देने का निर्देश दिया, जिसके बाद छात्र फिर से सड़कों पर उतर आए। उनका मुख्य मांग है कि स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों को मिलने वाले 30% आरक्षण को खत्म किया जाए। हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ 7 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
वर्तमान स्थिति
हिंसा पर काबू पाने के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू है और सेना तैनात है। हिंसा कर रहे लोगों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। इस हिंसक आंदोलन के कारण अब तक 115 लोगों की मौत हो चुकी है। भारतीय सरकार ने बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच 978 भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की है।
इस परिस्थिति ने बांग्लादेश के सामाजिक और राजनीतिक माहौल को और भी जटिल बना दिया है, जिसमें आरक्षण की नीति और उसके प्रभावों पर गहरी असहमति और विरोध देखा जा रहा है।