AIN NEWS 1: हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद एक नई दिशा में बढ़ता नजर आ रहा है। शिमला के संजौली मस्जिद विवाद के ताज़ा घटनाक्रम के बाद, मंडी में भी मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
प्रदर्शन का विवरण:
शुक्रवार को, बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग मस्जिद के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कड़ी मेहनत की। प्रशासन ने मंडी शहर के सात वार्डों में धारा 163 (पूर्व में धारा 144) लागू की थी, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी 11 बजे से सेरी मंच के पास जुटने लगे और नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस ने विवादित मस्जिद स्थल पर कड़ा पहरा डाला और बेरिकेडिंग की। प्रदर्शनकारी जब बेरिकेड पर चढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। मंडी के डीसी और एसपी भी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक प्रदर्शनकारी वहीं मौजूद थे और नारेबाजी कर रहे थे।
मस्जिद का विवाद:
मंडी शहर में जेल रोड के पास स्थित यह मस्जिद लगभग तीन दशकों पुरानी है। मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद का कारण यह है कि इसके आगे लोक निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध तौर पर सुरक्षा दीवार बना दी गई है। स्थानीय लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है और इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
शिमला के संजौली मस्जिद के विरोध की घटनाओं को देखते हुए, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुरुवार से इस मस्जिद की अवैध सुरक्षा दीवार को खुद ही गिराना शुरू कर दिया। नगर निगम मंडी की कोर्ट ने इस मामले पर शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने के आदेश दिए हैं। मुस्लिम पक्ष को इस आदेश के खिलाफ एक माह के अंदर अपील करने का समय दिया गया है।
सारांश:
मंडी में मस्जिद के निर्माण को लेकर उत्पन्न विवाद ने अब एक बड़े विरोध का रूप ले लिया है। हिंदू समाज के लोगों ने जुमे के दिन बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया, जिसके कारण शहर में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस और प्रशासन पूरी स्थिति को नियंत्रण में रखने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि नगर निगम कोर्ट ने मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराने का आदेश दिया है।