AIN NEWS 1: पीडब्ल्यूसी ग्लोबल के एक सर्वे में दावा किया गया है कि इस साल देश और दुनिया में कर्मचारियों के नौकरी बदलने की संख्या 2022 के द ग्रेट रेजिग्नेशन से भी ज्यादा होगी. सर्वे के मुताबिक भारत में नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों की तादाद तो ग्लोबल औसत के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है. इस सर्वे में दावा किया गया कि इस साल कतर में सबसे ज्यादा 52 फीसदी कर्मचारी नौकरी बदलना चाहते हैं. इसके बाद 46 फ़ीसदी के साथ मिस्र दूसरे और करीब 43 फ़ीसदी के साथ भारत तीसरे नंबर पर है. वहीं अगर नौकरी बदलने के वैश्विक अनुपात को देखा जाए तो इसके मुताबिक दुनियाभर में अगले 12 महीनों में 19 फ़ीसदी और इस साल यानी 2024 में 28 फ़ीसदी लोग अपनी नौकरी बदल सकते हैं.
43% भारतीय इस साल नौकरी बदलेंगे
इस सर्वे में 50 देशों के 56 हजार से ज्यादा नौकरी पेशा लोगों को शामिल किया गया था. इसके पहले इतनी बड़ी तादाद में 2022 के द ग्रेट रेजिग्नेशन में कर्मचारियों ने नौकरियां बदली थी. उसमें भी नौकरी बदलने वाले ज्यादातर कर्मचारी अमेरिका के थे जिनका मानना था कि कोरोना के बाद वो अपनी नौकरी से नाखुश और असंतुष्ट हैं. बहरहाल अगर बात इस साल की करें तो दुनिया के अलग अलग देशों में नौकरी बदलने का जो ट्रेंड देखा जा रहा है उसके मुताबिक बेल्जियम फ्रांस और रोमानिया में 20 फ़ीसदी लोग नौकरियों को बदलेंगे, ताइवान में 18 फीसदी और चेक रिपब्लिक में 15 फीसदी लोग नौकरियां बदलेंगे. अगर सबसे ज्यादा और सबसे कम नौकरी बदलने वाले क्षेत्रों को देखा जाए तो एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट में 42 फीसदी कर्मचारी नौकरी बदलना चाहते हैं. इसके अलावा टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करने वाले 39 परसेंट लोग भी नौकरी बदलने के लिए तैयार हैं. वहीं सरकारी कर्मचारी 17 फीसदी और 22 फीसदी हेल्थकेयर सेक्टर वर्कर्स ही इस साल नौकरी बदलेंगे.
AI के असर से भी बदलेंगी नौकरियां!
इस सर्वे में ये भी बताया गया है कि आखिर कर्मचारी क्यों नौकरी बदलना चाहते हैं. सर्वे में कहा गया है कि 41 फीसदी कर्मचारी कामकाज का बोझ काफी ज्यादा बढ़ जाने की वजह से इस साल नौकरी बदल सकते हैं. इसके अलावा नई तकनीक के आ जाने से भी कर्मचारियों को नौकरियां बदलनी पड़ रही हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि AI और स्किल का ना होना भी कर्मचारियों को नौकरी बदलने के लिए मजबूर कर सकता है. 51 फ़ीसदी कर्मचारियों को लगता है कि नौकरियों के लिए जरूरी स्किल अगले 5 साल में तेजी से बदलेगी वहीं 29 फीसदी लोगों ने नौकरी चेंज ना करने की संभावना जताई है. शामिल सर्वे में शामिल 50 फ़ीसदी लोगों ने कहा है कि सही लोगों को ना पहचानने की वजह से भी वो करियर के मौके हासिल करने में चूक गए हैं. सर्वे के मुताबिक नौकरी से संतुष्ट लोगों की तादाद पिछले साल के 56% से बढ़कर 60% हो गई है.