All india news 1 मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए एक नई व्यवस्था लागू की गई है। 1 फरवरी 2024 से श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये का शुल्क चुकाना होगा। इस लेख में हम आपको इस नई व्यवस्था के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
नई व्यवस्था का विवरण
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन ने 1 फरवरी 2024 से दर्शन के लिए एक नई व्यवस्था लागू की है। अब, जिन श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन की सुविधा चाहिए, उन्हें 250 रुपये का ऑनलाइन टिकट बुक करना होगा। यह व्यवस्था भस्म आरती की तर्ज पर बनाई गई है।
निःशुल्क दर्शन की सुविधा
शासन के प्रोटोकॉल के तहत कुछ विशेष श्रेणियों के लोग निःशुल्क दर्शन की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। इनमें शामिल हैं:
1. साधु और संत: साधु-संत और महामंडलेश्वर जैसे धार्मिक लोग निःशुल्क दर्शन का लाभ उठा सकते हैं।
2. वरिष्ठ पत्रकार : अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार भी निःशुल्क दर्शन कर सकते हैं।
3. विशिष्ट अतिथिगण : जो लोग शासन के प्रोटोकॉल में शामिल होते हैं, उन्हें भी निःशुल्क दर्शन की सुविधा मिलेगी।
इन लोगों को दर्शन के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार एक टोकन नंबर प्राप्त करना होगा। इसके लिए उन्हें पहले प्रोटोकॉल कार्यालय में पंजीकरण कराना होगा और फिर एक रसीद प्राप्त करनी होगी।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रक्रिया
1. वेबसाइट पर जाएं : श्रद्धालुओं को www.shreemahakaleshwar.com वेबसाइट पर जाकर प्रोटोकॉल दर्शन के लिए जानकारी दर्ज करनी होगी।
2. मोबाइल पर लिंक प्राप्त करें: जानकारी दर्ज करने के बाद, मोबाइल पर एक लिंक प्राप्त होगी।
3. टिकट बुक करें: लिंक के माध्यम से 250 रुपये का शुल्क ऑनलाइन जमा कर टिकट बुक किया जा सकता है।
4. ई-टिकट प्राप्त करें: भुगतान के बाद, मोबाइल पर ई-टिकट की लिंक प्राप्त होगी। इस लिंक का प्रिंट ले सकते हैं या बड़े गणेश मंदिर के पास स्थित प्रोटोकॉल कार्यालय से प्रिंट करवा सकते हैं।
प्रवेश और दर्शन की प्रक्रिया
1. गेट नंबर 13 से प्रवेश: प्रोटोकॉल के माध्यम से आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर 13 से प्रवेश मिलेगा।
2. दर्शन की प्रक्रिया: मंदिर के कर्मचारी श्रद्धालुओं को सभा मंडप से गणेश मंडप तक लेकर जाएंगे और दर्शन कराएंगे। दर्शन के बाद, उसी रास्ते से श्रद्धालुओं को बाहर छोड़ा जाएगा।
निष्कर्ष
महाकालेश्वर मंदिर की नई व्यवस्था से शीघ्र दर्शन की सुविधा प्राप्त करने वाले श्रद्धालुओं को अब 250 रुपये का शुल्क चुकाना होगा। निःशुल्क दर्शन की सुविधा विशिष्ट लोगों और प्रोटोकॉल के तहत आने वाले लोगों को मिलेगी। ऑनलाइन टिकट बुकिंग की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है, जिससे श्रद्धालु आसानी से दर्शन का लाभ उठा सकते हैं।