AIN NEWS 1: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड की यात्रा समाप्त करने के बाद यूक्रेन के दौरे पर हैं। यह यात्रा यूक्रेन के सोवियत संघ से स्वतंत्र होने के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है। पीएम मोदी की यह यात्रा खास महत्व रखती है, खासकर जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है।
पोलैंड यात्रा की समाप्ति और यूक्रेन के लिए रवाना
पोलैंड की राजधानी वारसॉ में दो दिन बिताने के बाद पीएम मोदी यूक्रेन के लिए रवाना हो गए हैं। वारसॉ में पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा विशेष रही है और पोलैंड के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने का एक अच्छा मौका मिला है। उन्होंने पोलैंड के साथ घनिष्ठ व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों की उम्मीद जताई और इस मित्रता को बेहतर दुनिया के निर्माण में योगदान देने वाला बताया।
भारत का यूक्रेन संघर्ष पर दृष्टिकोण
भारत ने यूक्रेन पर रूसी हमले की सार्वजनिक निंदा नहीं की है और वार्ता और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के समाधान की बात की है। भारत और रूस के करीबी संबंधों के चलते, भारत ने रूस को नाराज करने से बचने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ बातचीत के दौरान कहा कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष गहरी चिंता का विषय है। भारत का मानना है कि युद्ध के मैदान में समस्याओं का समाधान नहीं खोजा जा सकता।
यूक्रेन में पीएम मोदी की योजना
पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है। पीएम मोदी ने कीव पहुंचने से पहले कहा कि वह राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर विचार करने के लिए बातचीत के अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में शीघ्र शांति और स्थिरता की आशा जताई है।
यात्रा की विशेषताएँ और सुरक्षा
यूक्रेन में पीएम मोदी कुल सात घंटे रुकेंगे, जहां वह राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। यूक्रेन के एयरस्पेस के बंद होने के कारण, पीएम मोदी ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं। यह यात्रा लगभग 10 घंटे की है और इसी कारण पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा ट्रेन के माध्यम से हो रही है।
अमेरिका और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रियाएँ
पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा की समयबद्धता पर कुछ पश्चिमी देशों ने चिंताएँ जताई हैं, खासकर जब वह हाल ही में रूस की यात्रा पर गए थे। पश्चिमी देशों ने पीएम मोदी की रूस यात्रा की आलोचना की थी, और इसके चलते उनकी यूक्रेन यात्रा पर भी नजरें टिकी हुई हैं।
पीएम मोदी की यात्रा का महत्व
यह यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की स्वतंत्रता के बाद यहाँ यात्रा कर रहा है। यह यात्रा यूक्रेन और भारत के बीच संबंधों को नया रूप देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। पीएम मोदी की यात्रा के दौरान यूक्रेन में युद्ध की स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है कि क्या युद्ध रुकता है या जारी रहता है।
इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी का उद्देश्य यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करना और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर ध्यान केंद्रित करना है। दुनियाभर की निगाहें इस यात्रा पर हैं और इसके परिणाम पर भी सभी की अपेक्षाएँ हैं।