AIN NEWS 1: झारखंड की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आया है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से नाता तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के बाद हेमंत सोरेन की कैबिनेट में उनकी जगह घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन को मंत्रीपद की शपथ दिलाई जाएगी।
चंपई सोरेन ने झामुमो छोड़ने के बाद अपने इस्तीफे की सूचना सीधे राज्यपाल को भेज दी। उन्होंने अपनी तीन पंक्तियों की चिट्ठी में मंत्री पद छोड़ने की बात कही और आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को एक भावुक पत्र भी लिखा, जिसमें पार्टी की वर्तमान कार्यशैली और नीतियों पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि झामुमो उनके लिए एक परिवार की तरह था, लेकिन हालिया घटनाक्रम की वजह से उन्हें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा।
चंपई सोरेन ने पत्र में लिखा कि पार्टी की दिशा से भटकने के कारण उन्हें दुख हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में कोई ऐसा मंच नहीं था, जहां वे अपनी पीड़ा व्यक्त कर सकें, खासकर शिबू सोरेन के सक्रिय राजनीति से दूर रहने के कारण। उन्होंने झामुमो की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है और शिबू सोरेन उनके मार्गदर्शक रहेंगे।
हेमंत सोरेन की कैबिनेट में चंपई सोरेन की जगह लेने वाले रामदास सोरेन को आज मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। मंत्रीपद की शपथ के साथ ही वे चंपई सोरेन के पास रहे विभागों का कार्यभार संभालेंगे। मंत्रिमंडल निगरानी एवं समन्वय विभाग ने इस बदलाव की पुष्टि की है।
इस राजनीतिक हलचल से झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है, और सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि भाजपा में शामिल होने के बाद चंपई सोरेन की राजनीतिक यात्रा कैसी रहेगी।