AIN NEWS 1: आगरा के बिल्डर प्रखर गर्ग, जिन्होंने मथुरा के बांके बिहारी मंदिर के कॉरिडोर निर्माण के लिए 510 करोड़ रुपये देने का शपथपत्र दायर किया था, अब गंभीर कानूनी पचड़े में फंस चुके हैं। उनके खिलाफ कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं, और पुलिस ने उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कुर्की की प्रक्रिया शुरू, पुलिस ने की मुनादी
बृहस्पतिवार को पुलिस ने प्रखर गर्ग के घर पर कुर्की से पहले उद्घोषणा की और नोटिस चस्पा कर दिया। यह कार्रवाई आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र के द्वारिकापुरम कॉलोनी स्थित उनके आवास पर की गई। पुलिस के अनुसार, प्रखर गर्ग लंबे समय से फरार हैं, और न्यायालय से कुर्की के आदेश प्राप्त होने के बाद यह कदम उठाया गया है।
9 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला
ट्रांसपोर्ट नगर के बैटरी कारोबारी अरुण सौंधी ने 9 अक्तूबर 2024 को प्रखर गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। आरोप है कि प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग ने सतीश गुप्ता, सुमित कुमार और मुकेश कुमार के साथ मिलकर 9 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की।
जी होटल डील में हुआ था फ्रॉड
मुकदमे के अनुसार, यह धोखाधड़ी आगरा के कमला नगर स्थित जी होटल की दूसरी और तीसरी मंजिल की खरीद से जुड़ी थी। डील के तहत करोड़ों रुपये की राशि हड़पी गई। मामला दर्ज होते ही प्रखर गर्ग फरार हो गए।
पहले भी दर्ज हो चुके हैं कई मुकदमे
यह पहली बार नहीं है जब प्रखर गर्ग पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है। वर्ष 2021 में भी हरीपर्वत थाने में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसमें प्रखर गर्ग, उनकी पत्नी राखी गर्ग और दो अन्य को आरोपी बनाया गया था।
मंदिरों से जुड़कर छवि सुधारने की कोशिश
प्रखर गर्ग पर दो दर्जन से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। उन्होंने अपनी छवि सुधारने के लिए धार्मिक स्थलों का सहारा लिया। जब मथुरा के बांके बिहारी मंदिर के कॉरिडोर का मामला हाईकोर्ट में गया, तो उन्होंने 510 करोड़ रुपये दान देने की घोषणा कर सुर्खियां बटोरीं।
ईडी के छापे के बाद से लापता
प्रखर गर्ग पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी शिकंजा कस चुकी है। जब ईडी ने उनके ठिकानों पर छापे मारे, तो वह फरार हो गए। पुलिस अब उनकी संपत्ति कुर्क कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
मंदिरों से जुड़कर बढ़ाना चाहते थे प्रभाव
बीते कुछ वर्षों से प्रखर गर्ग मंदिरों के शिलान्यास और जीर्णोद्धार से जुड़कर अपने प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उन पर लगे गंभीर आरोपों के चलते अब उनकी असलियत सामने आ रही है।
Prakhar Garg, a real estate builder from Agra, has been accused of multiple fraud cases, including a ₹9 crore scam related to a hotel deal. He made headlines after pledging ₹510 crore for the Banke Bihari Corridor in Mathura, but now faces legal action. The Agra police have initiated property seizure proceedings against him, as he remains absconding. The Enforcement Directorate (ED) has also raided his premises. Reports suggest that Prakhar Garg attempted to improve his image by associating with temple projects.