AIN NEWS 1: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन शिक्षकों से मुलाकात की जिनको राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान समारोह कल आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर के 82 शिक्षकों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इन शिक्षकों को बधाई दी और उनके शिक्षा के प्रति समर्पण और योगदान की सराहना की। यह पुरस्कार उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण कार्य किया हो और जिन्होंने अपनी मेहनत से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो।
Prime Minister Narendra Modi is interacting with teachers who have been conferred the National Teachers Awards. This year, 82 teachers from across the country were selected for the award. https://t.co/pXsuZKZXQG
— ANI (@ANI) September 6, 2024
समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शिक्षक समाज के मूल स्तंभ होते हैं और उनके द्वारा किए गए प्रयासों से ही एक राष्ट्र की शिक्षा प्रणाली मजबूत होती है। उन्होंने शिक्षकों को प्रेरित किया कि वे अपने काम में लगातार उत्कृष्टता की ओर बढ़ते रहें और छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करें।
सभी पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य किए हैं। इस वर्ष के पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में उन शिक्षकों का नाम भी शामिल है जिन्होंने ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कठिन प्रयास किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षकों को इस अवसर पर जो संदेश दिया, वह था कि शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि यह एक मिशन है, जो समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसर प्रदान करता है।
इस साल के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के समारोह में शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। यह पुरस्कार उनके समर्पण और कड़ी मेहनत को मान्यता देने का एक तरीका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षक समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और उनकी उपलब्धियां सभी के लिए आदर्श हैं। इस तरह के आयोजनों से शिक्षक समुदाय को प्रोत्साहन मिलता है और वे अपने काम को और भी बेहतर तरीके से करने के लिए प्रेरित होते हैं।
इस समारोह का उद्देश्य शिक्षकों को उनकी मेहनत और लगन के लिए सम्मानित करना था, ताकि वे भविष्य में भी शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छू सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस अवसर पर शिक्षकों की मेहनत और उनकी भूमिका की सराहना की और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं।