AIN NEWS 1 दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत शुरू किए गए सबसे सफल कार्यक्रमों में से एक है। इस सप्ताह हम ‘मेक इन इंडिया’ के दस साल का जश्न मना रहे हैं।
गोयल ने बताया कि 14 सेक्टरों में लगभग 1 लाख 32 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है। हालांकि, हमारे बार-बार बातचीत के आधार पर, यह संभावना है कि PLI योजना के माध्यम से 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश संभव हो सकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हमें अनुमान था कि इस योजना से लगभग 11 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उत्पादन होगा। लेकिन आज कुछ आंकड़ों को सुनकर, मुझे यह महसूस होता है कि घरेलू मांग और निर्यात दोनों के लिए उत्पादन हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक होगा।
PLI योजना का महत्व
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना, जो ‘मेक इन इंडिया’ का एक प्रमुख भाग है, का उद्देश्य भारतीय उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर केंद्रित है जिनमें भारत की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है।
निवेश की संभावनाएँ
गोयल ने बताया कि सरकार ने विभिन्न सेक्टरों में निवेश की संभावनाओं को लेकर व्यापक समीक्षा की है। वर्तमान में, यह योजना उन कंपनियों को प्रोत्साहन देती है जो उत्पादन बढ़ाने के लिए निवेश करती हैं। इसके तहत, सरकार उन्हें विभिन्न प्रकार के लाभ और प्रोत्साहन प्रदान करती है।
उत्पादन में वृद्धि
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योजना की सफलता न केवल निवेश के माध्यम से होगी, बल्कि इससे उत्पादन में भी वृद्धि होगी। अगर सभी अपेक्षाएँ सही साबित होती हैं, तो भारत का उत्पादन अगले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ सकता है, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार
गोयल ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पादन में वृद्धि की संभावना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की उत्पादन क्षमता बढ़ने से न केवल स्थानीय मांग की पूर्ति होगी, बल्कि देश के निर्यात में भी इजाफा होगा। इससे भारतीय उत्पाद विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनेंगे।
निष्कर्ष
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना का यह पहल भारत के औद्योगिक विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, इस योजना के माध्यम से सरकार एक नई औद्योगिक क्रांति की ओर बढ़ रही है, जो अंततः भारतीय अर्थव्यवस्था को नए मुकाम पर ले जाएगी।