AIN NEWS 1 | रियल एस्टेट सेक्टर की तेज रफ्तार कब तक जारी रहेगी इसको लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं. लेकिन अब नाइट फ्रैंक और नरेडको की एक रिपोर्ट में सेंटीमेंट्स के आधार पर अनुमान लगाया जाए तो कहा जा सकता है कि प्रॉपर्टी मार्केट आगे भी तेज स्पीड से दौड़ता रहेगा. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत आर्थित बुनियाद, कोविड-19 के बाद बने मूमेंटम और ज्यादा सौदों ने जनवरी-मार्च तिमाही में रियल एस्टेट सेक्टर के सेंटीमेंट्स को एक दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है. नाइट फ्रैंक-नरेडको रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स के मुताबिक करंट सेंटीमेंट इंडेक्स स्कोर 72 पर पहुंच गया है जो 10 साल का सबसे ज्यादा स्कोर है जबकि इसके पहले यानी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ये 69 था.
82% को घरों के दाम बढ़ने का भरोसा!
करंट सेंटीमेंट इंडेक्स में 50 से ज्यादा का स्कोर पॉजिटिव सेंटीमेंट का संकेत है जबकि 50 से कम स्कोर के मायने हैं कि सेक्टर के प्रति स्टेकहोल्डर्स की नकारात्मक धारणा है. इस सर्वे में डेवलपर्स और NBFCs की राय पर बिक्री वॉल्यूम, लॉन्च और फंडिंग वगैरह के आधार पर ये स्कोर तय किया जाता है. इस सर्वे में दावा किया गया है कि रियल एस्टेट की रफ्तार को बढ़ाए रखने में रेजिडेंशियल मार्केट का सबसे ज्यादा योगदान है. सर्वे में शामिल 82 फीसदी का मानना है कि आने वाले दिनों में घरों के दाम बढ़ सकते हैं. दिलचस्प बात है कि ये दस साल का सबसे उच्चतम स्तर है जिसमें एक भी रेस्पांस कीमतों में गिरावट को लेकर नहीं आया है. 73 फीसदी ने अगले 6 महीनों में घरों की बिक्री बढ़ने की बात कही है जबकि इसके पहले वाली तिमाही में ये आंकड़ा 65 परसेंट था. 80 फीसदी ने कहा है कि अगले 6 महीनों में रेजिडेंशियल लॉन्च बढ़ेंगे जबकि 71 फीसदी ने ऐसा दावा अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में किया था. ऐसे में माना जा रहा है कि घरों की बिक्री में तेजी अभी जारी रहेगी.
ऑफिस मार्केट में जारी रहेगी तेजी!
ऑफिस मार्केट में वैसे तो हालात रेजिडेंशियल मार्केट के मुकाबले कमजोर हैं लेकिन ये भी आगे बढ़ोतरी का ही संकेत दे रहे हैं. सर्वे के मुताबिक74 फीसदी को भरोसा है कि अगले 6 महीनों में ऑफिस लीजिंग में तेजी आएगी जबकि इसके पहली तिमाही में ये 69 फीसदी था. वहीं 65 फीसदी ने अगले 6 महीनों में ऑफिस रेंट बढ़ने का अनुमान जताया है जो इसके पहली तिमाही में 53 परसेंट था. जनवरी-मार्च तिमाही में ऑफिस लीजिंग में 43 फीसदी ग्रोथ दर्ज की गई थी. हालांकि ऑफिस सप्लाई का अनुमान 62 फीसदी से घटकर बीती तिमाही में 58 परसेंट रह गया है.